नई दिल्ली: पाकिस्तान ने आठ फरवरी को हुए आम चुनाव में अनियमितताओं की जांच कराने के अमेरिका के सुझाव को खारिज करते हुए कहा कि वह किसी बाहरी देश के आदेश के आगे नहीं झुकेगा। पाकिस्तानी विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने शुक्रवार को अपने साप्ताहिक प्रेस संबोधन में कहा, ‘कोई भी देश स्वतंत्र और संप्रभु देश पाकिस्तान को निर्देश नहीं दे सकता।’ ‘डॉन न्यूज’ ने बलूच के हवाले से कहा, ‘हम पाकिस्तान के आंतरिक मामलों के बारे में फैसला करने के अपने संप्रभु अधिकार में यकीन रखते हैं।’
बलूच ने विवादों से घिरे आम चुनाव में कदाचार के आरोपों के संबंध में अपने अमेरिकी समकक्ष की टिप्पणियों के जवाब में यह बयान दिया। इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा था कि हस्तक्षेप या धोखाधड़ी के किसी भी दावे की ‘पाकिस्तानी कानून और प्रक्रियाओं के अनुसार पूर्ण तथा पारदर्शी तरीके से जांच की जानी चाहिए।’ मिलर ने यह भी कहा था, ‘कथित अनियमितताओं की जांच के संबंध में, हम उन जांच को आगे बढ़ते देखना और जल्द से जल्द खत्म होते देखना चाहते हैं।’
राष्ट्रपति चुनाव के तारीकों की घोषणा
यह टिप्पणी उन आरोपों पर आई जिनमें जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने चुनाव नतीजों में छेड़छाड़ की शिकायत की है। पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग द्वारा अभूतपूर्व देरी के बाद चुनाव नतीजों की घोषणा की गई थी। इसके अलावा अब पाकिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को घोषणा की कि मतदान नौ मार्च को होगा। पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी का लगभग 11 साल बाद एक बार फिर राष्ट्रपति बनना लगभग तय है।
राष्ट्रपति का कार्यकाल हो चुका है खत्म
जरदारी मौजूदा राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी की वह जगह लेंगे। अल्वी का कार्यकाल पिछले साल समाप्त हो गया था। हालांकि, वह पद पर बने हुए हैं क्योंकि नए निर्वाचक मंडल का गठन अभी तक नहीं हुआ है। निर्वाचन आयोग की ओर से जारी कार्यक्रम के मुताबिक शनिवार 12 बजे से पहले लाहौर, कराची, पेशावर और क्वेटा में उम्मीदवार नामांकन पत्र दायर कर सकते हैं। अधिकारी चार मार्च को नामांकन पत्रों की छंटनी करेंगे।