अयोध्या: अयोध्या में राम भव्य राम मंदिर के निर्माण और फिर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की दुनिया तारीफ कर रही है. लेकिन पाकिस्तान अकेला ऐसा देश है जो भारत के पावन तीर्थ स्थल पर भी जहर उगलने से बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तान ने अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर शर्मनाक प्रतिक्रिया दी है.
पाकिस्तान ने उगला जहर
कंगाल पाकिस्तान ने अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक की निंदा की है. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि यह भारत के बढ़ते बहुसंख्यकवाद का संकेत है. इसमें कहा गया है कि ‘चरमपंथियों की भीड़’ ने बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया था. दुर्भाग्य से भारत के सुप्रीम कोर्ट ने न केवल इस घृणित कृत्य के लिए जिम्मेदार अपराधियों को बरी कर दिया, बल्कि ध्वस्त मस्जिद के स्थान पर मंदिर के निर्माण की भी अनुमति दे दी.
भारत के मुस्लिमों को भड़काने की कोशिश
पाकिस्तान भारतीय मुस्लिमों को भड़काने की भी कोशिश की है. पाकिस्तान ने कहा कि यह आयोजन भारतीय मुसलमानों के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक हाशिए पर जाने के लिए चल रहे प्रयासों को दर्शाता है. पाकिस्तान ने दावा किया कि वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद सहित मस्जिदों की लिस्ट बढ़ती जा रही है, जो अपवित्रता और विनाश के समान खतरे का सामना कर रही हैं.
रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे…
बता दें कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ‘सियावर रामचंद्र की जय’ और ‘जय श्री राम’ के उद्घोष के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 22 जनवरी 2024 का यह सूरज एक अद्भुत आभा लेकर आया है और यह एक नए कालचक्र का उद्गम है. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे. हमारे रामलला अब इस दिव्य मंदिर में रहेंगे. आज हमारे राम आ गए हैं . मेरा पक्का विश्वास और अपार श्रद्धा है कि जो घटित हुआ है, इसकी अनुभूति देश के, विश्व के कोने-कोने में रामभक्तों को हो रही होगी.’’
..ये पल पवित्रतम है
उन्होंने कहा कि 22 जनवरी 2024 का ये सूरज एक अद्भुत आभा लेकर आया है और ये कैलेंडर पर लिखी एक तारीख नहीं बल्कि एक नए कालचक्र का उद्गम है. उन्होंने कहा, ‘‘ये क्षण आलौकिक है, ये पल पवित्रतम है.’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘ आज मैं प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं, हमारे पुरुषार्थ में कुछ तो कमी रह गई होगी, हमारी तपस्या में कुछ कमी रही होगी कि हम इतने सदियों तक मंदिर निर्माण नहीं कर पाए… आज वह कमी पूरी हुई.’’