भोपाल l तेजी से बढ़ रहे पति-पत्नी के रिश्तों के टूटने के मामलों के मद्देनजर सिंधी पंचायत ने लड़की के मायके वालों को हिदायत दी है। सिंधी पंचायत ने मायके वालों के साथ ही बेटियों से भी कहा है कि वो ससुराल की छोटी-मोटी बातों को मायके वालों से साझा न करें। दरअसल सिंधी पंचायत के पास हर महीने 100 के करीब मामले ऐसे पहुंच रहे है जो कि पति-पत्नी के बीच विवाद से जुड़े हुए हैं।
5 मिनिट से ज्यादा न करें बेटी से बात
पति-पत्नी के बीच होने वाले विवादों के मामलों की जब पंचायत ने जांच की तो पता चला कि इनमें से अधिकतर मामले ऐसे हैं जिनमें शादी को दो साल का वक्त भी नहीं हुआ है। और तफ्तीश की तो ये निकलकर आया कि पति-पत्नी के बीच होने वाले विवादों के पीछे एक बड़ी वजह मायके वालों का दखल है। जिसके बाद पंचायत ने लड़की के मायके वालों को हिदायत देते हुए कहा है कि बेटी की शादी के कम से कम दो साल पूरे होने तक मायके वाले उससे फोन पर कम से कम बात करें। हालचाल भी जानना है तो पांच मिनिट के अंदर बातचीत कर फोन रख दें। इतना ही नहीं लड़कियों को भी अपने ससुराल की हर बात मायके वालों से शेयर नहीं करनी चाहिए। लोकस्तर पर गठित 28 सिंधी पंचायतों और सेंट्रल सिंधी पंचायत में पहुंचने वाले प्रकरणों की समीक्षा के बाद ये फैसला लिया गया है।
पारिवारिक विवाद निपटाने बनी है सेंट्रल सिंधी पंचायत
बता दें कि पारिवारिक विवाद समेत अन्य मामलों के निपटारे के लिए सेंट्रल सिंधी पंचायत का गठन किया गया है जिसमें पांच सदस्य हैं। इन पांच सदस्यों में एक सीनियर वकील और मनोचिकित्सक भी होते हैं जो ऐसे मामलों को समाज के स्तर पर ही निपटाने का काम करते हैं। सिंधी समाज में अभी 28 पंचायतें हैं जो पारिवारिक विवाद सहित अन्य मामलों को निपटाने का प्रयास करती हैं। पंचायतों के पास पहुंचे अधिकतर मामलों में ये बात भी सामने आई है कि नई नवेली दुल्हन के ज्यादा समय तक फोन पर बात करने के कारण विवाद की स्थिति बनती है और कई बार इन्हीं विवादों के कारण दहेज प्रताड़ना की धमकी तक बहू या मायके पक्ष की ओर से दी जाती है।
खबर इनपुट एजेंसी से