हल्द्वानी : उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में अब घर बैठे ही मरीज डॉक्टरों से चिकित्सकीय परामर्श के बाद अपना इलाज करवा सकेगे। कुमाऊं में एक बार फिर से टेली मेडिसिन सुविधा शुरू हो गई है। इस योजना के तहत एसटीएच से 4 जिलों के करीब 100 पीएचसी को जोड़े जाएंगे।
जबकि प्रदेश के 4 सरकारी मेडिकल कॉलेज से राज्यभर की 400 पीएचसी जोड़ने की योजना है। कोरोना काल से पहले कोटाबाग की पीएचसी को एसटीएच से टेलीमेडिसिन के जरिए जोड़ा गया था, लेकिन कोरोना के चलते इसको बंद कर दिया गया है। मंगलवार को एक बार फिर से उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डेवलपमेंट प्रोजक्ट के तहत इस योजना को दोबारा से चालू कर दिया गया है।
सर्जरी विभाग में तैनात प्रोफसर डॉ. पंकज वर्मा ने टेलीमेडिसिन के माध्यम से चम्पावत जिले मुख्यालय से करीब 30 किमी दूर प्राथिमक स्वास्थ्य केन्द्र पुलहिंडोला में आए एक मरीज को परामर्श दिया। डॉ. पंकज वर्मा ने बताया कि मरीज से बात कर उसकी परेशानी समझने के बाद जांचें कराने को कहा गया है साथ ही जांच रिपोर्ट आने पर उनकी ओपीडी या फिर अन्य डॉक्टर की ओपीडी में सलाह लेने को कहा गया है।
सभी विभाग में बनेंगे टेली मेडिसिन केंद्र
एसटीएच के मेडिसिन, ईएनटी, स्किन, गायनी समेत सभी 11 केंद्र में टेली मेडिसिन सेंटर बनाए जाएंगे। इन सभी केंद्रों से हफ्ते भर के भीतर सुविधाएं शुरू कर दी जाएंगी।
नैनीताल जिले के सबसे ज्यादा 30 पीएचसी जुड़ेंगे
टेली मेडिसिन योजना के तहत कुमाऊं की करीब 100 पीएचसी को जोड़ा जाएगा। नैनीताल के 30, चम्पावत के 17, बागेश्वर के 26 और ऊधमसिंह नगर के 27 पीएचसी हैं।