अहमदाबाद: गुजरात में बीजेपी को बड़ी जीत दिलाने वाले सीआर पाटिल का प्रमोशन होगा। जुलाई 2020 में प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालने वाले सीआर पाटिल नवसारी से तीसरी बार सांसद हैं और उन्होंने बतौर बीजेपी गुजरात अध्यक्ष पार्टी को बड़ी जीत दिलाई है। ऐसे में उनके प्रमोशन को पार्टी शीर्ष नेतृत्व में विचार-विमर्श जारी है। पाटिल को क्या जिम्मेदारी मिलेगी? इसको लेकर दो तरह की अटकलें हैं। उन्हें संगठन में एलीवेट किया जा सकता है। केंद्रीय टीम में लिया जा सकता है या फिर केंद्र में मंत्री बनाकर उन्हें राजनीतिक रूप से अहम राज्यों का प्रभार सौंपा जा सकता है। ऐसी भी चर्चा है कि अभी पाटिल नड्डा के साथ काम करें और बाद में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालें।
पाटिल की 2023 में क्या भूमिका रहेगी? इसको लेकर नए साल की शुरुआत में स्थिति साफ हो सकती है। राजनीतिक हलकों में चर्चा यह है कि पार्टी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा 2024 के चुनाव तक रहेंगे। इसके लिए उन्हें मकर संक्रांति के आसापास एक साल का और विस्तार दिया जाएगा। नड्डा का कार्यकाल बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष अगले महीने पूरा हो रहा है। नड्डा शुरुआत में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे। पार्टी में पाटिल को लेकर चर्चा हैं कि उनकी क्षमताओं का कैसे उपयोग किया जाए। वे केंद्रीय मंत्री बनकर राज्यों के प्रभारी बनें या फिर नड्डा के साथ उन्हें अहम भूमिका दी जाए और 2024 के बाद की स्थितियों को देखकर नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का फैसला किया जाए। पाटिल के अलावा गुजरात में पार्टी के शानदार जीत से संगठन महामंत्री रत्नाकर का भी प्रमोशन होना तय माना जा रहा है। रत्नाकर उत्तर प्रदेश से आते हैं और गुजरात के प्रभार से पहले वे बिहार की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
पाटिल की क्या है मजबूती?
कांस्टेबल की नौकरी करने वाल पाटिल चुनावी प्रबंधन को माइक्रो से हाइपर माइक्रो लेवल पर ले गए हैं। पाटिल अपने क्षेत्र समय नहीं भी दें तो भी वे चुनाव जीत जाते हैं। इसके पीछे उनका स्थानीय प्रबंधन है। जिसकी जिम्मेदारी उन्होंने अपने विश्वस्त सहयोगी छोटू भाई पाटिल को दी हुई है। पाटिल गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष हैं लेकिन लगातार तीन बार से सांसद होने के कारण उन्हें राष्ट्रीय राजनीति की भी समझ है। इतना ही नहीं पाटिल काफी समय तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र का भी दायित्व संभाल चुके हैं। खुद महाराष्ट्र में जन्मे पाटिल गुजरात और कर्नाटक तक अच्छा प्रभाव रखते हैं। ऐसे में पार्टी की रणनीति हैं कि उन्हे अच्छे फॉर्म को बनाए रखा जाए और इसका लाभ अगले साल होने वाले राजस्थान, मध्य प्रदेश और कर्नाटक समेत 10 राज्यों के चुनाव में उठाया जाए।
तीसरे गुजराती होंगे पाटिल
अगर भविष्य में सीआर पाटिल को राष्ट्रीय अध्यक्ष का दायित्व मिलता है तो वे लालकृष्ण आडवाणी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाद तीसरी व्यक्ति होंगे। जो गुजरात से निकलकर बीजेपी की कमान संभालेंगे। बीजेपी के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष होने का गौरव अटल बिहारी बाजपेयी को है। इसके अलावा लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कुशभाऊ ठाकरे, बंगारू लक्ष्मण, जनाकृष्णमूर्ति, वेकेंया नायडू, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, अमित शाह और जेपी नड्डा अभी तक अध्यक्ष बने हैं।