पटना: बापू सभागार परीक्षा केंद्र के पास वीडियो में साफ दिख रहा है कि पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह काफी गुस्से में हैं। उनके साथ पुलिस बल भी है। इस दौरान पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह एक युवक से कुछ बात कहते हैं। उसके बाद उसके पास आकर जोरदार थप्पड़ जड़ देते हैं। परीक्षार्थियों ने आरोप लगाया है कि परीक्षा को लेकर लापरवाही बरती गई और प्रश्न पत्र को काफी लेट उनके पास दिया गया। प्रश्न पत्र देरी से मिलने का विरोध परीक्षार्थियों ने किया।
परीक्षार्थियों का हंगामा
इसी दौरान पटना के कुम्हरार बापू परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों ने विरोध किया और प्रश्न पत्र के साथ उत्तर पुस्तिका को लेकर केंद्र से बाहर निकल गए। उसके बाद बीपीएससी के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। परीक्षा में की गई लापरवाही और कोताही को लेकर छात्र भड़क उठे। उन्होंने हंगामा करने के साथ परीक्षा के आयोजन में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। इसी बीच अभ्यर्थियों को समझाने मौके पर पहुंचे डीएम ने हंगामा कर रहे परीक्षार्थी को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद अभ्यर्थियों का हंगामा और उग्र हो गया।
डीएम ने दी सफाई
जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि बापू परीक्षा केंद्र पर लगभग 12 हजार बच्चों की परीक्षा हो रही थी। एक परीक्षा हॉल में 273 बच्चों के बैठने का इंतजाम किया गया था। ऐसे में एक परीक्षा हॉल में प्रश्न पत्र की पेटी में 288 प्रश्न पत्र पहुंचने चाहिए थे। लेकिन जो प्रश्न पत्र पहुंचा, उसमें 192 प्रश्न पत्र ही थे। ऐसे में दूसरे हॉल से प्रश्न पत्र लेना पड़ा। अभ्यर्थियों की नाराजगी इस बात से थी कि सील बंद लिफाफे में प्रश्न पत्र को क्यों नहीं लाया गया।
समझाने में लगा समय- डीएम
जिलाधिकारी ने कहा कि सील बंद लिफाफा को परीक्षा केंद्र पर ही खोला गया है। दूसरे क्लास रूम में खोलकर उनके कमरे में लाया गया है। ऐसा इसलिए किया गया कि एक पैकेट में 192 प्रश्न पत्र ही थे। क्लासरूम में बच्चों के बैठने की क्षमता अधिक है। कई अभ्यर्थी इस बात को मान गए। उसके बाद कईयों को समझाने में थोड़ा समय लगा। परीक्षार्थियों को 20 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया है।
जिलाधिकारी का बयान
डीएम चंद्रशेखर सिंह ने मीडिया को सफाई देते हुए कहा कि लगभग डेढ़ सौ परीक्षार्थियों ने बात मानने से इनकार कर दिया और ओएमआर शीट लेकर बाहर निकल गए और हंगामा करने लगे। बाकी परीक्षार्थियों ने परीक्षा दिया है। सिर्फ कुछ छात्रों ने हंगामा किया है। किसी प्रकार का कोई पेपर लीक नहीं हुआ है। प्रश्न पत्र को सावधानी के साथ खोला गया था। एक कमरे में खोले गए प्रश्न पत्र को दूसरे कमरे में बांटा गया। बस यही बात है।
पेपर लीक की बात गलत- डीएम
वहीं दूसरी ओर परीक्षार्थियों ने जिलाधिकारी के अलावा कुछ पुलिस पदाधिकारियों पर भी मारपीट और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। परीक्षा केंद्र पर हंगामा की बात सुन कर कई अधिकारी वहां पहुंचे। घंटों तक अधिकारी वहां मौजूद भी रहे और कई अधिकारियों को अभी परीक्षा केंद्र पर ही ठहरने को कहा गया है। जिलाधिकारी के मुताबिक हंगामा शांत होने के बाद सीसीटीवी के फुटेज की भी जांच की जा रही है।
छात्रों में आक्रोश
डीएम ने जिस परीक्षार्थी को थप्पड़ मारा है, उसे पुलिस वाले पकड़कर ले गए हैं। उधर, बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन प्रदेश के 910 केंद्रों पर आयोजित किया गया। परीक्षा दोपहर 12 बजे से दो बजे तक हुई। हालांकि केंद्रों में प्रवेश एक घंटे पहले तक यानी 11 बजे तक ही दिया गया था। परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी का आरोप लगा है। परीक्षार्थियों का कहना है कि उन्हें समय पर प्रश्न पत्र नहीं दिए गए हैं। सील प्रश्न पत्र नहीं मिला है। उसके बाद परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद ओएमआर सीट सड़क पर फेंकी हुई मिली है।