उत्तराखंड के युवा पत्रकारों में आशीष कुमार ध्यानी एक जाना पहचाना चेहरा है। बेहद कम समय में अपनी कलम के जरिए आशीष कुमार ध्यानी ने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान स्थापित की है। उत्तराखंड की पत्रकारिता में आशीष कुमार ध्यानी को अपनी बेबाक लेखनशैली के लिए जाना जाता है।
मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी जिले लैंसडौन के पास स्थित एगारह गांव के रहने वाले आशीष कुमार ध्यानी वर्तमान में देहरादून में रहते हैं। आशीष कुमार ध्यानी का जन्म 21 मई को कानपुर में हुआ था। आपके पिताजी का नाम श्री चंद्र बल्लभ ध्यानी व माताजी का नाम कुसुम लता है। आपके पिताजी सेना से रिटायर है और माताजी हाउस वाइफ है। जो आपके जीवन के प्रेरणास्त्रोत है। इसके अलावा परिवार में आप दो भाई और दो बहन है। आपकी प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय नासिक महाराष्ट्र में हुई इसके आगे की शिक्षा आर्मी स्कूल और ग्रेजुएशन डीएवी पीजी कालेज से किया।
सैनिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले आशीष कुमार ध्यानी ने हमेशा राष्ट्र प्रेम, देशहित व जनहित के मुद्दों को वरीयता दी है। आशीष कुमार ध्यानी ने यूं तो आईटी फील्ड में अपनी शिक्षा पूरी की पर समाज के लिए कुछ करने की सोच के चलते पेशे के तौर पर उन्होंने पत्रकारिता को चुना। आशीष कुमार ध्यानी ने वर्ष 2002 में उत्तराखंड की पत्रकारिता में कदम रखा।
आशीष कुमार ध्यानी चूंकि आईटी फील्ड से थे इसलिए उन्होंने अपनी पत्रकारिता में इसे बड़ी तवज्जो दी और 2007 में न्यूज़ वेबसाइट और 24X7khabar नाम से BULK SMS के जरिये उत्तराखंडवासियों को खबरें भेजने की शुरुआत की। क्राइम रिपोर्टिंग के क्षेत्र में आशीष कुमार ध्यानी ने विशेष मुकाम बनाया और कई अच्छी रिपोर्टस लिखी साथ ही कई बड़ी खबरों को ब्रेक भी किया।
प्रिंट में विशेष रुचि होने के कारण उन्होंने 31 अक्टूबर 2012 को दैनिक समाचार पत्र ‘उत्तर भारत लाइव’ की शुरुआत की। ‘एक प्रदेश एक अखबार’ की थीम पर आधारित इस समाचार पत्र में पूरे उत्तराखंड की खबर होती है। प्रारंभ में यह समाचार पत्र टैबुलाइड साइज में निकलता था। देखते ही देखते उत्तर भारत लाइव समाचार पूरे प्रदेश में हिट हो गया। लोगों की बीच बढ़ती मांग के क्षेत्रीयता के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने के काऱण देखते ही देखते यह समाचार 16 पृष्ठ का रंगीन प्रकाशित होने लगा। क्षेत्रीय लोगों की विशेष मांग पर 21 जून 2015 से यह समाचार पत्र फुल साइज के समाचार पत्र के रूप में प्रकाशित होने लगा। दैनिक समाचार पत्र उत्तर भारत लाइव उत्तराखंड के उन गिने चुने समाचार पत्रों में है जिनकी 12 पेज की स्वयं की आधुनिक वेब आफसेट मशीन एवं प्लेट मेकिंग मशीन भी है।
आशीष कुमार ध्यानी ने दैनिक समाचार पत्र उत्तर भारत लाइव में कई संपादकीय प्रयोग किए। उन्होंने अपने संपादकीय के माध्यम से उत्तराखंड की लुप्त होती परंपराओं, लोगों के मुद्दों, हस्तियों, प्रमुख समस्याओं को प्राथमिकता के साथ समाचार पत्र में प्रकाशित किया। आज भी यह समाचार पत्र एक प्रदेश एक समाचार पत्र की थीम में प्रकाशित होता है। आशीष कुमार ध्यानी का मानना है कि उत्तराखंड के लोगों को एक ही समाचार पत्र में पूरे प्रदेश का समाचार मिलना चाहिए। इससे न केवल प्रदेश के एक अंचल का व्यक्ति दूसरे अंचल की परंपराओं और गतिविधियों के बारे में जानकारी रखता है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में होने वाली हलचल प्रमुख घटनाओं की जानकारी भी प्रदेश के सभी लोगों को होती है।
आशीष कुमार ध्यानी का मानना है कि समाचार पत्रों को न केवल समस्याओं को प्रमुखता से उठाना चाहिए बल्कि हमें उसके समाधान के बारे में भी लोगों को अवगत कराना चाहिए। आज समाज को एकजुट करने में मीडिया में अहम भूमिका हो सकती है। इसके लिए संपादकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अखबार एक मिशन है और साधारण परिवार से आने वाला एक शख्स अच्छे बड़े समाचार पत्र की स्थापना नहीं कर सकता इस मिथक को आशीष कुमार ध्यानी ने तोड़ा है। और अगर यह संभव हुआ है तो इसमें अच्छे संपादकीय और जनहित के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने के कारण। महज एक दशक से भी कम के अंतराल में उत्तर भारत लाइव ने देखते ही देखते बड़े मीडिया ग्रुपों के बीच अपनी एक अलग पहचान स्थापित की है तो इसमें इसके कलेवर और खबरों के चयन का प्रमुख रोल है।
उत्तराखंड में 20 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में पूरी तरह से सक्रिय आशीष कुमार ध्यानी के दामन में आज तक किसी भी तरह के दाग नहीं लगे हैं। आशीष कुमार ध्यानी की सफलता का सबसे बड़ा कारण उनकी समाज के बीच स्वच्छ छवि है।
आशीष कुमार ध्यानी के जीवन का एक ही लक्ष्य है ‘AshInd’, आशीष इंडिया। आशीष का कहना है कि उनके जीवन में पत्रकारिता एक मिशन है। उन्होंने अपना जीवन स्वच्छ पत्रकारिता के लिए समर्पित किया है। ईमानदारी के साथ जनहित के मुद्दों को उठाते हुए कर्तव्य पथ पर चलना है। अपनी कलम के जरिए हमेशा उत्तराखंड और जनहित के जुड़े मुद्दों को बेबाकी के साथ आगे भी उठाते रहेंगे।