देहरादून। उत्तराखंड में भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। एक रिश्वतखोर पटवारी एक हजार रुपए के लिए नियत खराब हो गई और विजिलेंस ने एक हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए मौके पर उसे दबोच लिया। विजिलेंस ने एक पटवारी को दाखिल खारिज के नाम पर एक हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
विजिलेंस सूत्रों के मुताबिक अपनी गांव की जमीन की दाखिल खारिज करवाने के लिए एक व्यक्ति ने आवेदन किया था, जिसके एवज में पटवारी देवेन्द्र सिंह बोरा आयु 48 वर्ष पुत्र स्व हीरा सिंह बोरा मूल निवासी ग्राम थान डंगोली पोस्ट थान डंगोली थाना बैजनाथ तहसील गरूड़ जनपद बागेश्वर हाल पटवारी पट्टी नंदीगांव तहसील काफलीगैर जनपद बागेश्वर ने दो हजार रूपये रिश्वत की मांग की थी। आरोपी शिकायतकर्ता से एक हजार रूपया पूर्व में ही ले चुका था तथा शेष एक हजार रूपये की मांग कर रहा था।
शिकायत जाँच से प्रथम दृष्टया सही पाये जाने पर अनिल सिंह मनराल नेतत्काल निरीक्षक प्रकाश चन्द्र जोशी के नेतृत्व में ट्रैप टीम का गठन किया गया। टीम ने कार्रवाई करते हुए पटवारी देवेन्द्र सिंह बोरा को शनिवार को कठफुड़छिना में किराये के पटवारी कार्यालय से शिकायतकर्ता से एक हजार की रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गित प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा। निदेशक सतर्कता डॉ. वी. मुरूगेशन ने ट्रैप टीम को नगद पुरूस्कृत करने की घोषणा की।