दिग्गज चाइनीज मल्टीनेशनल कंपनी Alibaba ने इंडियन फिनटेक फर्म PayTM में शामिल अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच दी है. आज हुई ब्लॉक डील में पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 क्यूनिकेशन लिमिटेड में सभी 3.4 फीसदी इक्विटी शेयर्स की बिक्री होने के बाद अलीबाबा की भारत से विदाई हो गई है. इससे पहले जनवरी में कंपनी ने 6.26 फीसदी इक्विटी में से 3.1 फीसदी की इक्विटी बेची थी. ब्लॉक डील पूरी होने के बाद अब अलीबाबा की पेटीएम में कोई हिस्सेदार नहीं है.
इससे पहले मशहूर बिजनेमैन जैक मा की फर्म ने Zomato और Big Basket में हिस्सेदारी बेची थी. अब उम्मीद की जा रही है कि अलीबाबा द्वारा पूरी हिस्सेदारी बेचने की खबर के बाद मार्केट में बदलाव आ सकता है, क्योंकि इंडियन कंपनी चीन के चंगुल से आजा हो गई है. ANI की रिपोर्ट में पेटीएम और अलीबाबा के बीच हुई ब्लॉक डील का खुलासा हुआ है.
PayTM की कमाई बढ़ी
वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के नतीजों में EBITDA के साथ ऑपरेटिंग प्रॉफिटेबिलिटी के ऐलान के बाद से ESOP की लागत 31 करोड़ रुपए थी. इसलिए फिनटेक दिग्गज कंपनी के शेयर्स में पिछले कुछ दिनों से तेजी आ रही है. सालाना आधार पर 42 फीसदी के इजाफे के साथ पेटीएम की कमाई बढ़कर 2,062 करोड़ रुपए हो गई. इसके बाद जनवरी 2023 के दौरान पेटीएम की परफार्मेंस में काफी सुधार हुआ, जो 8 फरवरी को स्टॉक एक्सचेंज के साथ फाइल किया गया.
करोबार में आई तेजी
फर्म ने अपने कोर बिजनेस पेमेंट और उधारी कारोबार में लगातार बढ़ती वृद्धि देखी है. 61 लाख डिवाइस की तैनाती के साथ, पेटीएम ने ऑफलाइन पेमेंट में अपनी लीडरशिप को मजबूत किया. वहीं, जनवरी 2023 के महीने में पेटीएम के 8.9 करोड़ औसत मंथली ट्रांजेक्टिंग यूजर्स (MTU) में 29 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई.
PayTM: घाटा हुआ कम, शेयर्स में गिरावट
पेटीएम ने दिसंबर तिमाही में घाटे को कम किया जो 392 करोड़ रुपए रहा. इसके मुकाबले पिछले साल इसी अवधि में पेटीएम का घाटा 778.5 करोड़ रुपए था. हालांकि, शेयर मार्केट बंद होने के बाद विजय शंकर की लीडरशिप में काम कर रही कंपनी के शेयर की वैल्यू 650.55 रुपए रही. इसका शेयर 7.85 फीसदी की गिरावट के साथ 55.40 रुपए टूट गया है, लेकिन 2023 में यह अभी भी 22 फीसदी ऊपर है.