नवादा : बिहार के नवादा में बेखौफ अपराधियों ने शुक्रवार को सरेआम एक गाड़ी का शीशा तोड़कर उसमें रखे नौ लाख रुपये उड़ा लिए. ये घटना गया रोड पर सीमा टाकीज के पास हुई. रजौली-बख्तियारपुर फोरलेन का निर्माण कर रही कंपनी गाबर कंस्ट्रक्शन के मैनेजर ओम प्रकाश के साथ ये वारदात हुई. पीड़ित मैनेजर हरियाणा के फतेहाबाद के रहने वाले हैं. जब वो दाढ़ी बनवाने के लिए सैलून गए थे तब उनके साथ ये वारदात हुई.
गाड़ी की सीट पर रखे थे 9 लाख रुपये
बताया जाता है कि कंपनी के एडमिन और मैनेजर मंदीप सिंह और गुरदीप सिंह ने एचडीएफसी बैंक से पांच लाख रुपये और पंजाब नेशनल बैंक से पांच लाख रुपये की निकासी की थी. इसके बाद उन्होंने मैनेजर ओम प्रकाश को बुलाया और उन्हें दस लाख रुपये सौंप दिए. पीड़ित मैनेजर ने एक लाख रुपये निकालकर अपने पास रख लिए और बाकी नौ लाख रुपये गाड़ी की सीट पर रख दिए.
गाड़ी का हाल देख दंग रह गया मैनेजर
इसके बाद मैनेजर ओम प्रकाश गाड़ी लेकर सद्भावना चौक की तरफ निकल गए. रास्ते में सीमा टाकीज के पास दाढ़ी बनवाने के लिए वो एक सैलून के पास ठहरे और गाड़ी लॉक करके दाढ़ी बनवाने सैलून के अंदर चले गए. तकरीबन 20-25 मिनट बाद सैलून से बाहर निकले तो गाड़ी की हालत देख दंग रह गए. गाड़ी के पिछले गेट का दाहिना तरफ का शीशा टूटा हुआ था और अंदर रखे नौ लाख रुपये गायब थे. उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया. आवाज सुनकर आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई. फिर पीड़ित मैनेजर ने इसकी सूचना कंपनी के अन्य अधिकारियों और पुलिस को दी.
घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने की छानबीन
वारदात की जानकारी मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. पुलिस पदाधिकारियों ने पीड़ित मैनेजर सहित आसपास के लोगों से घटना के बारे में जानकारी ली. घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी की फुटेज को खंगालने में पुलिस जुट गई है. बता दें कि घटनास्थल पर सरकारी स्तर पर भी सीसीटीवी कैमरा लगा है, जो खराब बताया जा रहा है. एसआई नरोत्तम ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.
बैंकों के पास मंडराते हैं अपराधी
इन दिनों शहर की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में है. पुलिस की कार्यशैली से लोग नाराज हैं. कहा जा रहा है कि बैंकों और एटीएम के पास अपराधी मंडराते रहते हैं और मौके की तलाश में रहते हैं. बैंक से रुपये निकाल कर घर लौटने वाले कई लोगों के साथ लूट की वारदात हो चुकी है. लेकिन पुलिस अपराधियों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है.
खबर इनपुट एजेंसी से