Data को नए जमाने का सोना (Gold) कहा जा रहा है। हर कोई डेटा चाहता है और अपना डेटा शेयर करने को भी तैयार है। NordVPN के एक अनुमान के मुताबिक, कम से कम 50 लाख लोगों का डेटा चोरी हुआ है और बॉट मार्केट (Bot Market) में बहुत कम दाम पर खरीदने के लिए उपलब्ध है।
आमतौर पर हम bot शब्द से मतलब समझते हैं कि जिसे किसी एक प्रोग्राम के लिए डिजाइन किया जाता है और जो दिशा-निर्देशों के एक सेट को रिपीट करता रहता है। लेकिन नई रिपोर्ट में डेटा चुराने वाला मैलवेयर एक बॉट है। जहां बॉट मार्केट का मतलब है जहां हैकर (Hackers), चोरी और हैक किए हुए डेटा को बेचते हैं।
अधिकतर मामलों में यूजर डेटा में लॉगइन, कुकीज (Cookies), डिजिटल फिंगरप्रिंट और स्क्रीनशॉट जैसी निजी जानकारियां शामिल रहती हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि भारत इस लिस्ट में सबसे ऊपर है और बॉट मार्केट में 6 लाख से ज्यादा यूजर डेटा खरीदने के लिए उपलब्ध है। इस डेटा को 490 रुपये प्रति यूजर डेटा के औसत दाम पर बेचा जा रहा है।
बॉट मार्केट से किसी डिवाइस का स्क्रीनशॉट जैसी जानकारी ली जा सकती है। और एक ऐसा मैलवेयर भी है जो फोन के फ्रंट कैमरे का इस्तेमाल करके सेल्फी ले सकता है। इसी तरह, ये बॉट लॉगइन डिटेल (यूजरनेम, पासवर्ड) भी चुरा सकते हैं। NordVPN की रिसर्च के मुताबिक, बॉट मार्केट में 26.6 मिलियन (2.6 करोड़)से ज्यादा लॉगइन डिटेल की चोरी की गईं। इनमें गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक जैसी लॉगइन डिटेल शामिल हैं। 7,20,000 Google, 6,54,000 Microsoft और 6,47000 Facebook लॉगइन चोरी हुए हैं।
ये बॉट कुकीज (cookies) और डिजिटल फिंगरप्रिंट की भी चोरी करते हैं ताकि यूजर बिहेवियर को समझा जा सके। और इनके पास ऑटो-फिल फॉर्म के जरिए गोपनीय जानकारी भी हो सकती है। चोरी किए गए इस डेटा को साइबरक्रिमिनल द्वारा मैलिशस लिंक शेयर करने के लिए और सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर आपको दोस्तों से पैसे मांगने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
बॉट और डेटा हैकर से कैसे रहें सुरक्षित
NordVPN का सुझाव है कि यूजर्स हमेशा एंटी-वायरस का इस्तेमाल करें। इसी तरह, यह भी सलाह है कि पासवर्ड मैनेजर और फाइल इनक्रिप्शन टूल का इस्तेमाल करें जो स्मार्टफोन या कंप्यूटर का एक्सेस जाने पर भी हैकर्स को पर्सनल डेटा चोरी करने से रोकते हैं।
इसके अलावा, कभी भी अनजान सोर्स से आने वाले किसी लिंक पर क्लिक ना करें। टॉरेन्ट या थर्ड-पार्टी प्लैटफॉर्म से डाउनलोड हो सकने वाले ऐप्स या गेम्स को यूज ना करें। अपनी डिवाइस को कभी पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट ना करें।