नई दिल्ली: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज से शुरू हो गया है. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र के लिए आज का दिन गौरव का दिन है. विकसित भारत के संकल्प के साथ आज से संसद के सत्र का आगाज हो रहा है. देश की जनता ने लगातार तीसरी बार किसी सरकार पर भरोसा किया है. आजादी के बाद दूसरी बार ऐसा हुआ है. इसका मतलब है कि उन्होंने सरकार की नीति और नीयत पर मुहर लगाई है. मैं इसके लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं.
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार चलाने के लिए बहुमत जरूरी है, लेकिन देश चलाने के लिए आम सहमति जरूरी है. हर किसी की सहमति से देश को आगे लेकर चलना है. उन्होंने कहा कि तीसरे कार्यकाल में तीन गुना ज्यादा काम करेंगे. देश को अच्छे विपक्ष की आवश्यकता है. उम्मीद है विपक्ष इस बार सार्थक चर्चा करेगा और लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखेगा. हम जनता का विश्वास और मजबूत करेंगे. हमारे पास दो बार सरकार चलाने का अनुभव है. लोग नहीं चाहते कि संसद में नखरे और ड्रामा हो.
हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं
पीएम मोदी ने कहा कि हम सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं. 18वीं लोकसभा सभा में युवाओं की अच्छी संख्या है. हमारे यहां 18 अंक का बहुत सात्विक मूल्य है. गीता के भी 18 अध्याय है. कर्तव्य का संदेश मिलता है. पुराणों को संख्या भी 18 है. 18 की उम्र में हमें मताधिकार मिलता है. 18वें सांसद का गठन शुभ संकेत है. प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा चुनाव बहुत ही शानदार तरीके से, बहुत ही गौरवमय तरीके से संपन्न होना, ये हर भारतीय के लिए गर्व की बात है. करीब 65 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया.
25 जून की तारीख न भूलने वाली है
पीएम मोदी ने कहा कि कल 25 जून है. जो लोग इस देश के संविधान की गरिमा से समर्पित हैं, जो लोग भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं पर निष्ठा रखते हैं, उनके लिए 25 जून न भूलने वाला दिन है. 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर जो काला धब्बा लगा था, उसके 50 साल हो रहे हैं. भारत की नई पीढ़ी ये कभी नहीं भूलेगी की संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था. भारत को जेलखाना बना दिया गया था. लोकतंत्र को पूरी तरह दबोच दिया गया था. हम भारतीय लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का संकल्प करेंगे. जनसामान्य के सपनों को पूरा करेंगे.
विकसित भारत के संकल्प को पूरा करेंगे
पीएम मोदी ने कहा कि विकसित भारत के हमारे संकल्प को पूरा करना हम सबका दायित्व है. हम मिलकर उस दायित्व को निभाएंगे और जनता का विश्वास हम और मजबूत करेंगे. 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकलना इस बात का विश्वास पैदा करता है कि देश को गरीबी से मुक्त कर सके. हमारा सदन संकल्प का सदन बने हम यही चाहते हैं. मैं सभी सांसदों से आग्रह करुंगा कि हम सब देशहित में कदम उठाएं. 18वीं लोकसभा में मैं विपक्ष से लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने की अपेक्षा रखता हूं. लोग नहीं चाहते कि संसद में नखरे और ड्रामा हो.