नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात दौरे के दौरान पाकिस्तान को आंतकी हमलों पर कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में 22 मिनट में नौ ठिकानों को नष्ट किया गया। उन्होंने इसे निर्णायक कार्रवाई करार दिया और कहा कि सब कुछ कैमरे में रिकॉर्ड किया गया है ताकि कोई सबूत न मांगे।
प्रधानमंत्री मोदी दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं। आज उनके दौरे का दूसरा दिन है। कल वडोदरा और गुजरात से रोड शो करने के बाद आज उन्होंने गांधीनगर में भी रोड शो किया है। पीएम ने आज जनसभा को संबोधित करते हुए आंतकी पाकिस्तान को कड़ी चेतीवनी दी है। ऑपरेशन सिंदूर को एक “निर्णायक कार्रवाई” करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ भारत के हवाई हमलों के दौरान 22 मिनट में नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। पूरी कार्रवाई कैमरों के सामने रिकॉर्ड की गई ताकि कोई सबूत न मांगे।
पीएम ने कहा “यह बहादुरों की भूमि है। अब तक जिसे हम छद्म युद्ध कहते थे, 6 मई के बाद जो दृश्य देखे गए, उसे अब हम छद्म युद्ध कहने की गलती नहीं कर सकते। इसका कारण यह है कि जब मात्र 22 मिनट के भीतर नौ आतंकवादी ठिकानों की पहचान की गई और उन्हें नष्ट कर दिया गया, तो यह एक निर्णायक कार्रवाई थी। और इस बार, सब कुछ कैमरों के सामने किया गया, ताकि घर पर कोई सबूत न मांग सके। ”
रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं कहता हूं कि इसे अब छद्म युद्ध नहीं कहा जा सकता, क्योंकि 6 मई के बाद जिन आतंकवादियों का अंतिम संस्कार किया गया, उन्हें पाकिस्तान में राजकीय सम्मान दिया गया। उनके ताबूतों पर पाकिस्तान के झंडे रखे गए और उनकी सेना ने उन्हें सलामी दी। इससे साबित होता है कि आतंकवादी गतिविधियां छद्म युद्ध नहीं बल्कि एक सुनियोजित युद्ध रणनीति है। आप पहले से ही युद्ध में हैं और आपको उसी के अनुसार जवाब मिलेगा। हम किसी से दुश्मनी नहीं चाहते। हम शांति से रहना चाहते हैं। हम प्रगति भी करना चाहते हैं ताकि हम दुनिया के कल्याण में योगदान दे सकें…”
इसके अलावा, पीएम मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे सिंधु जल संधि के कारण देश बर्बाद हो गया। पीएम ने कह “मैं नई पीढ़ी को बताना चाहता हूं कि कैसे हमारे देश को बर्बाद कर दिया गया। अगर आप 1960 की सिंधु जल संधि का अध्ययन करेंगे तो चौंक जाएंगे। यह तय हुआ था कि जम्मू-कश्मीर की नदियों पर बने बांधों की सफाई नहीं की जाएगी। गाद निकालने का काम नहीं किया जाएगा। तलछट साफ करने के लिए नीचे के गेट बंद रहेंगे। 60 साल तक ये गेट कभी नहीं खोले गए। जिन जलाशयों को 100 प्रतिशत क्षमता तक भरना था, वे अब केवल 2 प्रतिशत या 3 प्रतिशत रह गए हैं।”
पाकिस्तान पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अभी तक उन्होंने कुछ नहीं किया है, लेकिन पड़ोस के लोग “पसीना बहा रहे हैं”। अभी, मैंने कुछ नहीं किया है और लोग वहां पसीना बहा रहे हैं। हमने बांधों की सफाई के लिए छोटे-छोटे गेट खोले हैं और वहां पहले से ही बाढ़ आ गई है…” 1947 में भारत के विभाजन के समय को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों की मदद से कश्मीर के एक हिस्से पर कब्जा कर लिया। उन्होंने कहा कि अगर उस दिन उन आतंकवादियों को मार दिया गया होता और सरदार पटेल की सलाह मान ली गई होती, तो भारत में आतंकी गतिविधियों का सिलसिला बंद हो गया होता, जो पिछले 75 सालों से चल रहा है।”