देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को उत्तराखंड ग्लोबल इंवेस्टर समिट 2023 का उद्घाटन करने के बाद कहा कि उत्तराखंड में निवेश के द्वार खुल रहे हैं. विकसित भारत हम सभी की जिम्मेदारी है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि देश में ‘Make in India’ की तर्ज पर ‘Wed in India’ का मूवमेंट चलाना चाहिए. देश को खासकर उत्तराखंड को वेडिंग डेस्टिनेशन बनाने पर ध्यान दिया जाना चाहिए.
देहरादून में आयोजित दो दिवसीय समिट में पीएम मोदी के अलावा दुनियाभर से हजारों निवेशक और प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. साथ ही केंद्रीय मंत्रियों और कई देशों के राजदूत भी शामिल हो रहे हैं. कई प्रमुख उद्योगपति भी इस समिट में आ रहे हैं. टाटा ग्रुप, रिलायंस और अडानी ग्रुप के साथ-साथ कई देशों के निवेशक भी यहां आ रहे हैं.
उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक है. मुझे खुशी है कि अपने उस कथन को लगातार चरितार्थ होते देख रहा हूं. उत्तरकाशी में बीते दिनों टनल से निकालने का जो अभियान चला उसके लिए मैं राज्य सरकार समेत सभी का विशेष तौर पर अभिनन्दन करता हूं. आज भारत विकास भी और विरासत भी जिस मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है उत्तराखंड उसका उदाहरण है. उन्होंने कहा कि विकसित भारत हम सभी की जिम्मेदारी है.
वेडिंग डेस्टिनेशन बने उत्तराखंडः PM मोदी
देश को खासकर उत्तराखंड को वेडिंग डेस्टिनेशन बनाने का आह्वान करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमें ‘Make in India’ की तरह एक मूवमेंट चलाना चाहिए ‘Wed in India’. मतलब शादी हिंदुस्तान में करो. उन्होंने कहा, “मैं तो चाहूंगा कि आने वाले पांच साल में अपने परिवार की एक डेस्टिनेशन शादी उत्तराखंड में करिए. अगर एक साल में 5 हजार शादियां भी यहां होने लग जाएं तो एक नया इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा हो जाएगा और दुनिया की शादियां यहां होने लग जाएंगी.”
उन्होंने कहा कि आज के भारत को देखने के लिए भारतीय लोगों और विदेशी लोगों दोनों में अभूतपूर्व उत्साह देखने को मिल रहा है. हम पूरे देश में थीम बेस्ड टूरिज्म सर्किट तैयार कर रहे हैं. हमारी कोशिश यह है कि भारत के नेचर और हेरिटेज दोनों से ही दुनिया को परिचित कराया जाए. इस अभियान में उत्तराखंड, टूरिज्म का एक सशक्त ब्रांड बनकर उभरने वाला है.
डबल इंजन की सरकार ने बदली सोचः PM मोदी
पिछली सरकारों पर हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जनता ने स्थिर सरकार के लिए जनादेश दिया है. वो दिन दूर नहीं है जब दिल्ली और देहरादून एक्सप्रेसवे से इनकी दूरी घटकर 2.30 घंटे की रह जाएगी. आधुनिक कनेक्टिविटी जीवन के साथ-साथ बिसनेस को भी आसान बना रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि पहले की सरकार की एप्रोच हुआ करती थी कि जो सीमावर्ती राज्य हैं उसका एक्सेस कम से कम हो. लेकिन अब डबल इंजन की सरकार ने इस तरह की सोच को बदल दिया है. हम सीमावर्ती राज्यों को लास्ट विलेज नहीं बल्कि देश के फर्स्ट विलेज के तौर पर विकसित कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने उत्तराखंड की तारीफ करते हुए कहा, “उत्तराखंड वो राज्य है, जहां आपको देवत्व और विकास दोनों का अनुभव एक साथ होता है. मैंने तो उत्तराखंड की भावनाओं और संभावनाओं को निकट से देखा है. मैंने उसे जिया है, अनुभव भी किया है.” उन्होंने कहा कि आज भारत विकास भी और विरासत भी के जिस मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है, उत्तराखंड उसका बड़ा उदाहरण है.
उद्घाटन से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने देहरादून में रोड शो किया. उद्घाटन से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने देहरादून में रोड शो किया. इसके बाद पीएम मोदी ने आयोजन स्थल पर एक प्रदर्शनी का निरीक्षण किया.
लक्ष्य से ज्यादा MoU पर हस्ताक्षरः CM धामी
इस दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “हमने ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में निवेशकों के साथ 2.5 लाख करोड़ रुपये के MoU पर हस्ताक्षर का लक्ष्य तय कर रखा था जबकि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमने अपने लक्ष्य से अधिक निवेश के प्रस्तावों पर हस्ताक्षर कर लिए हैं. अभी तक 44,000 करोड़ के निवेश धरातल पर उतार दिया है। इससे लाखों रोजगारों का सृजन होगा.
उत्तराखंड सरकार इस समिट के जरिए प्रदेश में निवेश के लिए निवेशकों को आकर्षित करने की कोशिश करेगी. समिट के आयोजन से पहले देहरादून को काफी सजाया-संवारा गया है. कई अहम सड़कों का नवीनीकरण किया गया है. इसके अलावा क्षतिग्रस्त डिवाइडरों और फुटपाथ को ठीक किया गया है. समिट से पहले मुख्यमंत्री धामी ने वैश्विक स्तर के निवेशकों को प्रदेश में आकर्षित करने के लिए देश के कई शहरों के साथ-साथ लंदन और बर्मिंघम में रोड शो भी किए.
समिट में 6 प्रमुख उद्योगपति भी भाषण देंगे और वे इस दौरान उत्तराखंड में निवेश की संभावनाओं पर विजन रखेंगे. मुकेश अंबानी, गौतम अडानी और बाबा रामदेव समेत अन्य दिग्गज लोग भाषण देंगे. इसके बाद पीएम मोदी साढ़े 11 बजे भाषण देंगे. इन्वेस्टर समिट में आज 4 सेक्टरों (उद्योग, ऑटो, फार्मा और शिक्षा) में सेशन होगा. इसके साथ स्वास्थ्य और रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़े 4 सत्र होंगे.