नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 11 अगस्त को किसानों से मुलाकात की और किसानों को बड़ी सौगात दी. दरअसल, पीएम मोदी पूसा संस्थान पहुंचे थे, जहां उन्होंने किसानों से बातचीत की. पीएम ने 109 नए प्रकार के बीज लॉन्च किए, जो कि बेहतरीन उपज देने वाले हैं, साथ ही वो बायोफोर्टिफाइड किस्म के बीज है. पीएम मोदी के साथ इस मौके पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे.
हालांकि, जब पीएम मोदी पूसा में किसानों से बातचीत करने पहुंचे तो वहां भारी बारिश होने लगी, जिसके बाद अधिकारियों ने पीएम से आग्रह किया कि बातचीत रद्द की जा सकती है लेकिन पीएम ने जोर देकर कहा कि वह बारिश के बावजूद किसानों से बातचीत करेंगे.
पीएम ने दिया कृषि में अनुसंधान पर जोर
पीएम मोदी ने किसानों के साथ बातचीत करने में कृषि में अनुसंधान (रिसर्च) और इनोवेशन के महत्व को सामने रखा. उन्होंने पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के दिए गए नारे “जय जवान, जय किसान” और अटल जी द्वारा बाद में जोड़े गए “जय विज्ञान” को याद किया. पीएम ने इस बात पर भी जोर दिया कि कैसे उन्होंने अनुसंधान और इनोवेशन को महत्व देते हुए इस नारे में “जय अनुसंधान” जोड़ा है.
नेचुरल फार्मिंग का महत्व
पीएम मोदी ने कहा किसानों के प्राकृतिक खेती (Natural FAMRING) अपनाने से महत्वपूर्ण उपलब्धियां मिलने की उम्मीद है. किसानों के साथ बातचीत करते हुए, पीएम ने कहा कि किसान धरती माता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को लेकर सचेत हैं और कीटनाशकों से वो दूरी बना रहे हैं. प्राकृतिक खेती की ओर यह बदलाव उनके लिए बेहतर नतीजे दे रहा है.
पीएम ने दिया नई किस्में अपनाने का सुझाव
प्रधानमंत्री ने किसानों को बीज की नई किस्में अपनाने का सुझाव दिया जो कि उन्होंने अनुसंधान की मदद से तैयार की है, पीएम ने किसानों से पूछा कि क्या वे बीज की नई किस्मों का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं या पहले दूसरे लोग इसका इस्तेमाल करें, जिसके बाद रिजल्ट देखने के बाद वो इसका उपयोग शुरू करेंगे. पीएम ने उन्हें नई किस्म के बीज को अपनी जमीन के एक छोटे से हिस्से पर पहले इस्तेमाल कर के रिजल्ट देखने का सुझाव दिया और कहा कि अगर संतोषजनक नतीजे सामने आते हैं तो वो इनका इस्तेमाल करें.
तीसरे कार्यकाल में तिगुनी गति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार देश की जिम्मेदारी संभाली है, इसी के चलते पीएम ने किसानों से कहा कि वो अपने तीसरे कार्यकाल में तीन गुना गति से काम करेंगे.