ऋषिकेश : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अपने एक दिन की उत्तराखंड के दौरे पर ऋषिकेश पहुंच गए हैं. पीएम मोदी का हेलीकॉप्टर एम्स ऋषिकेश में उतर गया है. यहां पर पीएम मोदी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान सहित देश भर में पीएम केयर्स के तहत स्थापित 35 ऑक्सीजन संयंत्रों का उद्घाटन किए. पीएम मोदी ने कहा कि यहां आकर उन्हें नई ऊर्जा और शक्ति मिलती है. उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र ने योग और आयुर्वेद की शक्ति से जीवन को आरोग्य बनाने का समाधान दिया है वहां से आज देशभर में अनेक ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण हुआ है.
गुजरात से दिल्ली की सफर को किया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज के ही दिन यानि 7 अक्टूबर को 20 साल पहले मुझे जनता की सेवा का एक नया दायित्व मिला था. लेकिन, जनता के बीच में रहकर, जनता की सेवा का सफर तो कई दशक पहले शुरू हो चुका था. पीएम मोदी ने कहा कि आज से 20 साल पहले उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नई जिम्मेदारी मिली थी. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का गठन साल 2000 में हुआ और इसके कुछ ही महीनों बाद 2001 में उनकी राजनीतिक यात्रा शुरू हुई.
’10 गुना से भी ज्यादा बढ़ा मेडिकल ऑक्सीजन का प्रोडक्शन’
पीएम मोदी ने मेडिकल ऑक्सीजन प्रोडक्शन को लेकर कहा कि सामान्य दिनों में भारत में एक दिन में 900 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का प्रोडक्शन होता था, लेकिन कोरोना काल में डिमांड बढ़ते ही भारत ने मेडिकल ऑक्सीजन का प्रोडक्शन 10 गुना से भी ज्यादा बढ़ाया, ये दुनिया के किसी भी देश के लिए अकल्पनीय लक्ष्य था, लेकिन भारत ने इसे हासिल करके दिखाया.
‘6 लाख घरों तक पहुंची पेयजल’
उत्तराखंड की धामी सरकार की पीठ थपथपाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 2019 में जल जीवन मिशन शुरू होने से पहले उत्तराखंड के सिर्फ 1 लाख 30 हजार घरों में ही नल से जल पहुंचता था. लेकिन, आज उत्तराखंड के 7 लाख 10 हजार से ज्यादा घरों में नल से जल पहुंचने लगा है, यानी सिर्फ 2 वर्ष के भीतर राज्य के करीब-करीब 6 लाख घरों को पानी का कनेक्शन मिला है.
केंद्र की सरकार उत्तराखंड की टीम को भरपूर मदद दे रही: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र की सरकार उत्तराखंड की टीम को भरपूर मदद दे रही है. उन्होंने कहा कि राज्य अगले कुछ सालों में अपने स्थापना के 25 साल मनाने वाला है, अब समय आ गया है कि इस मौके को खास बनाने के लिए राज्य की मशीनरी को जुट जाना चाहिए.उन्होंने कहा कि आज सरकार इस बात का इंतजार नहीं करती कि नागरिक उसके पास अपनी समस्याएं लेकर आएंगे तब कोई कदम उठाएंगे. सरकारी माइंडसेट और सिस्टम से इस भ्रांति को हम बाहर निकाल रहे हैं. अब सरकार नागरिकों के पास जाती है.
खबर इनपुट एजेंसी से