नई दिल्ली: पड़ोसी देश बांग्लादेश में अराजकता छाई हुई है। सड़कों पर पुलिस नहीं है। लोग अपने घरों में सुरक्षित नहीं हैं। जो चाहे, जहां चाहे, जिसे चाहे लूट ले रहा है। एटीएम में पैसे नहीं हैं। बांग्लादेश बैंक ने मौखिक रूप से एटीएम में पैसे नहीं डालने का आदेश नहीं दिया है। इसकी वजह सुरक्षा की कमी है। इन सबके बीच अंतरिम सरकार के प्रमुख का पद संभालने के लिए मोहम्मद यूनुस आठ अगस्त की दोपहर पेरिस से ढाका पहुंच गए हैं। उनकी वापसी उनके पद संभालने के कुछ ही घंटे पहले हुई है।
अंतरिम सरकार के प्रमुख प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने की शांति की अपील
मोहम्मद यूनुस ने युवाओं से शांत रहने और राष्ट्र के निर्माण के लिए तैयार होने का आग्रह किया। यूनुस सेंटर द्वारा जारी एक बयान में बुधवार को नोबेल शांति पुरस्कार विजेता ने कहा, “मैं सभी से शांत रहने की अपील करता हूं। कृपया किसी भी प्रकार की हिंसा से बचें। मैं सभी छात्रों, सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों और गैर-राजनीतिक लोगों से अपील करता हूं कि शांत रहें। यह हमारा खूबसूरत देश है जिसमें बहुत सारी संभावनाएं हैं। हमें इसकी रक्षा करनी चाहिए और इसे अपने लिए और अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अद्भुत देश बनाना चाहिए।”
मोहम्मद युनूस ने कहा, “हमारे युवा एक नई दुनिया बनाने में नेतृत्व देने के लिए तैयार हैं। आइए हम किसी भी निरर्थक हिंसा में जाकर मौका न चूकें। हिंसा हमारी दुश्मन है। कृपया और अधिक दुश्मन न बनाएं। शांत रहें और देश का निर्माण करें। अगर हम हिंसा का रास्ता अपनाएंगे तो सब कुछ नष्ट हो जाएगा। कृपया शांत रहें और अपने आस-पास के लोगों को शांत रहने में मदद करें।”
बांग्लादेश में अराजकता का माहौल
इस सबके बीच बांग्लादेश में पांच अगस्त से ही अराजकता का माहौल है। उस दिन शेख हसीना के देश छोड़कर जाते ही हजारों छात्र प्रधानमंत्री आवास में घुस गए थे और वहां जमकर लूटपाट की थी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में लोगों को प्रधानमंत्री आवास में बेड, सोफ़े पर आराम फरमाते और फ्रिज से निकालकर चीजें खाते हुए भी देखा जा सकता है। लोग आवास से सामान लूट कर जाते हुए भी देखे जा सकते हैं।
विभिन्न हिस्सों में लूटपाट और डकैती
वहीं, ढाका सहित बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में लूटपाट और डकैती की घटनाएं भी सामने आ रही हैं जिसके चलते विभिन्न क्षेत्रों के निवासी पूरी रात सड़कों पर बिता रहे हैं। कई लोगों ने अपने क्षेत्रों में डकैतियों के दौरान अपने पड़ोसियों से मदद मांगने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। ‘डेली स्टार’ के मुताबिक अलग-अलग उम्र के लुटेरों को हाथों में चाकू और छुरियां लिए कई घरों में घुसते देखा गया।
पुलिसकर्मियों पर भी हमला कर रहे प्रदर्शनकारी
सेना के जवानों को भी कुछ इलाकों में सड़कों पर गश्त करते देखा गया। इन इलाकों में मस्जिदों से घोषणाएं की गईं और सभी से सतर्क रहने का आग्रह किया गया।
वहीं, प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद प्रदर्शनकारियों के साथ झड़पों के दौरान उन पर हुए हमलों के बाद पुलिसकर्मी अभी तक काम पर नहीं लौटे हैं। पुलिसकर्मियों पर घातक हमलों की खबरों के बीच अपनी सुरक्षा के डर का हवाला देते हुए पुलिस ने कामकाज बंद रखा है। हमलों के दौरान कई पुलिस कर्मी मारे गए जबकि कई वीडियो में पुलिस कर्मियों को निहत्थे लोगों को करीब से मारते हुए भी दिखाया गया है।
बैंकों के बाहर प्रदर्शन
गुरुवार को आधा दर्जन बैंकों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया क्योंकि अधिकारी अवैध नियुक्तियों को रद्द करने, मनी लॉन्ड्रिंग और अनियमितताओं में शामिल बैंक मालिकों को दंडित करने के साथ-साथ पिछले कई वर्षों में बर्खास्तगी का सामना करने वाले कर्मचारियों को वापस लाने की मांग कर रहे हैं। गुरुवार को इस्लामी बैंक, सोशल इस्लामी बैंक, यूनाइटेड कमर्शियल बैंक और बांग्लादेश कॉमर्स बैंक सहित विभिन्न बैंकों के कर्मचारियों ने अपने-अपने कार्यालयों पर प्रदर्शन किया। उससे एक दिन पहले प्रदर्शनकारियों ने चार डिप्टी गवर्नर सहित बांग्लादेश बैंक के छह उच्च अधिकारियों को केंद्रीय बैंक मुख्यालय छोड़ने के लिए मजबूर किया था।
ATM में पैसे नहीं
इस सबके बीच बांग्लादेश बैंक ने कल मौखिक रूप से बैंकों से मौजूदा स्थिति के बीच आज (8 अगस्त के लिए) 1 लाख टका से अधिक की नकद निकासी की अनुमति नहीं देने को कहा। बांग्लादेश बैंक ने अन्य बैंकों से कहा, “अगर संभव हो तो सड़कों पर पुलिस की अनुपस्थिति के कारण कमजोर सुरक्षा के बीच शाखाओं में पैसा भेजना बंद कर दें।” बैंक ने जमाकर्ताओं को अपनी पार्टियों को चेक के माध्यम से भुगतान करने के लिए प्रोत्साहित करने का भी सुझाव दिया।
वहीं, दूसरी ओर स्थानीय नागरिकों को एटीएम में कैश न होने के कारण रोज़मर्रा की जरूरत की चीजें खरीदने में भी दिक्कत हो रही है। बैंकरों ने कहा कि अधिकांश एटीएम में नकदी नहीं थी और यहां तक कि कई ब्रांचों में भी नकदी कम चल रही थी क्योंकि पिछले कई दिनों से अपर्याप्त सुरक्षा के कारण पैसे की आपूर्ति बाधित हो गई है।
ब्रांच तक पैसा नहीं पहुंचा पा रहे बैंक
हालांकि, बैंकों का कहना है कि बैंकिंग क्षेत्र में नकदी का कोई संकट नहीं है। वे बूथों और शाखाओं तक पैसा पहुंचाने में असमर्थ हैं क्योंकि पैसा पहुंचाने वाली सुरक्षा कंपनियों ने सेवाएं रोक दी हैं। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि वे मौजूदा स्थिति में सेवाएं नहीं देंगे इसलिए बैंक पैसे की आपूर्ति करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, खासकर दूरदराज की शाखाओं और बूथों तक।
उधर, शेख हसीना के सत्ता से बेदखल होने का शेयर बाजार मानो खुशियां मना रहा है। ढाका स्थित शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी बनी रही क्योंकि शेख हसीना सरकार के पतन के बाद निवेशक उत्साहित रहे। ढाका स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स डीएसईएक्स दिन के कारोबार के पहले आधे घंटे में 148.04 अंक या 2.63 प्रतिशत उछलकर 5,766 पर पहुंच गया।