करोड़ों की ठगी में अश्वनी मित्तल गिरफ्तार
बहुचर्चित पुष्पांजली डेवलपर्स फ्लैट प्रकरण
एसआईटी ने हरिद्वार से किया गिरफ्तार
एसएसपी अजय सिहं का अपराधियों पर कड़ा प्रहार
देहरादून। निवशकों के करोडों रूपये डकारकर फरार होने वाले 50 हजार के इनामी मुख्य आरोपी दीपक मित्तल के पिता व गैंग के सहआरोपी अश्वनी मित्तल को दून पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में हरिद्वार के गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी अजय सिहं ने कहा कि लोगों के करोड़ो रूपये ठगने वाले गैंग को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। सभी की संपत्ति जब्त की जाएगी।
दून बहुचर्चित पुष्पांजली डेवलपर्स फ्लैट प्रकरण में निवेशकों के करोड़ो रूपये हडप कर फरार चल रहे मित्तल परिवार के विरूद्ध डालनवाला व थाना राजपुर में 10 मुकदमें दर्ज हैं। इन्वेस्टमेंट कराकर करोडों रूपये की ठगी करने वाले दीपक मित्तल, राखी मित्तल, राजपाल वालिया व अश्वनी मित्तल के विरूद्ध दर्ज मुकदमें में गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया गया था।
डालनवाला में आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम पंजीकृत किया गया, जिसमें दून पुलिस ने ठोस कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी दीपक मित्तल के पिता एंव ठगी करने वाले गैगं के सदस्य अश्वनी मित्तल को हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया। आरोपी अश्वनी मित्तल पर पूर्व में थाना डालनवाला में भी एक मुकदमा दर्ज है।
एसआईटी ने इस प्रकरण में कार्रवाई करते हुऐ पुष्पांजलि डेवलपर्स व उसके अन्य सहयोगियों के कुल 41 अलग-अलग बैंक खातों, जिनमें वर्ष 2016 से वर्ष 2023 तक लगभग 205 करोड का लेन-देन होना हुआ है। उक्त सभी 41 खातों को फ्रीज करवाया गया है।
खातों की जांच में कई सफेदपोश बिल्डर व कम्पनियों के अन्य पदाधिकारी पुलिस जांच के रडार पर हैं। जांच के दौरान दीपक मित्तल तथा राखी मित्तल के दुबई के तीन अन्य एनआरआई खाते, जिनमें दीपक मित्तल तथा राखी मित्तल के दो अलग-अलग स्थानों के पते होना भी प्रकाश में आया है, जिन पर जांच की जा रही है। आरोपी अश्वनी मित्तल के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत जांच की गई।
तीनों लोग पुलिस के रडार पर है
अर्जित की गयी अवैध सम्पत्ति के जब्तीकरण की कार्रवाई अमल में लाई जायेगी। कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए अश्वनी मित्तल ने दीपक मित्तल व राखी मित्तल से संबंध विच्छेद किए हुए है लेकिन आश्चर्य जनक बात यह है कि दीपक मित्तल व राखी मित्तल से संबंध विच्छेद करने के बाद भी उनकी सम्पत्तियों की देखरेख करने व मुकदमों में पैरवी करने के लिए पावर ऑफ अटॉर्नी ली हुई है। पुलिस का कहना कि यह कैसे संबंध विच्छेद है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह का कहना है कि अश्वनी मित्तल की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में एक सीए, एक अन्य बिल्डर व फिल्म मेकर का नाम सामने आया है। यह तीनों लोग पुलिस के रडार पर है। जिसकी जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस मामल में विदेशों में भी लाखों रूपये का लेनदेन किया गया है। जिसकों लेकर पुलिस जांच में जुट गई है। यह भी जांच की जा रही है कि दीपक मित्तल किस तरह विदेश में गया है क्योंकि उसका पासपोर्ट कोर्ट के आदेश पर जमा किया गया है।
पुष्पांजलि एंड इन्फोटेक कंपनी के निदेशकों दीपक मित्तल, राखी मित्तल और राजपाल वालिया ने ऑर्किड पार्क और एमिनेंट हाइट्स में फ्लैट बेचने के नाम पर 88 लोगों से 30 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की। इसके बाद से ये सभी लगातार फरार चल रहे हैं।
पुष्पांजलि एंड इन्फोटेक लिमिटेड के निदेशकों ने साल 2020 में देहरादून में फ्लैट, अपार्टमेंट बेचने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की थी। इसके बाद अलग-अलग शिकायतों पर राजपुर और डालनवाला थाने में कुल 10 मुकदमे दर्ज किए गए थे। उसके बाद दीपक मित्तल और उसकी पत्नी राखी मित्तल दुबई भाग गए। वहां से लौटने के बाद इन्होंने मामले में स्टे ले रखा है।
इनके खिलाफ इंटरपोल नोटिस सहित रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किए गए थे। तमाम प्रयासों के बावजूद देहरादून पुलिस इन लोगों की गिरफ्तारी नहीं कर सकी। साथ ही इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल सभी फरार चल रहे हैं।