नई दिल्ली : जून महीने में वायनाड में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दफ्तर में तोड़फोड़ हुई थी. तब कहा गया था कि SFI के कार्यकर्ताओं ने वो तोड़फोड़ की और जमकर बवाल काटा. उस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था. लेकिन अब पुलिस ने उस मामले में कांग्रेस के ही चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है. एक तो उसमें राहुल गांधी का PA भी बताया जा रहा है.
राहुल के ऑफिस में तोड़फोड़ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने की
जानकारी के लिए बता दें कि 24 जून को कुछ लोगों ने वायनाड में राहुल गांधी के दफ्तर पर हमला कर दिया था. असल में कुछ महीने पहले सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरण को लेकर बड़ा फैसला सुनाया था. उस फैसले में स्पष्ट कर दिया गया कि संरक्षित वनों, वन्यजीव अभयारण्यों के आसपास का एक किलोमीटर वाला पूरा इलाका पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र (ESZ) रहने वाला है. लेकिन केरल में विवाद इस बात को लेकर रहा कि अगर ये नियम वहां सख्ती से लागू कर दिया जाता है तो पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र में रह रहे लोगों का क्या होगा, वो कहां पर जाएंगे? कहा गया कि इसी बात को लेकर SFI के कार्यकर्ताओं ने वो तोड़फोड़ की थी.
SFI पर लगाए गए खारिज किए गए
लेकिन कांग्रेस के इन आरोपों को पुलिस ने ही खारिज कर दिया है. पुलिस के मुताबिक असल में ये तोड़फोड़ SFI के कार्यकर्ताओं ने नहीं बल्कि कांग्रेस के ही कुछ कार्यकर्ताओं ने की थी. इसी वजह से शुक्रवार को पुलिस ने चार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. इसमें राहुल गांधी का PA भी शामिल रहा. अभी तक कांग्रेस या फिर राहुल गांधी ने कार्रवाई पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. लेकिन आने वाले दिनों में ये मुद्दा राज्य की सियासत में बड़ा विवाद बन सकता है.
वैसे राहुल गांधी के दफ्तर पर जब हमला हुआ था, तब उसका एक वीडियो काफी वायरल रहा. उस वीडियों में कुछ प्रदर्शनकारी ऑफिस की खिड़की की तरफ से अंदर घुसने का प्रयास कर रहे थे. उनकी तरफ से ऑफिस के अंदर तोड़फोड़ भी की गई जिस वजह से महात्मा गांधी का फोटो फ्रेम भी टूट गया. अब कांग्रेस ने SFI पर आरोप लगाया था, लेकिन पुलिस ने पूरे विवाद को अलग ही मोड़ दे दिया है.