मनोज रौतेला की रिपोर्ट
ऋषिकेश : कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में कैसे जारी है सब जानते हैं. ऐसे में अगर कोई लॉकडाउन का उल्लंघन करे और उसको पुलिस सजा के तौर पर अहसास कराये कि आपने गलती की है और आप ऐसा कीजिये। इतनी शालीनता से काम उत्तराखण्ड की मित्र पुलिस ही कर सकती है. ऐसा ही देखने को मिला शनिवार को ऋषिकेश के मुनि की रेती इलाके में. चौकी इंचार्ज विनोद कुमार शर्मा अपने साथी कांस्टेबल पुष्पेंद्र कुमार, विकास राय, अजय कुमार के साथ गस्त पर निकले थे. इस दौरान देखा उन्होंने गंगा नदी किनारे विदेशी घूम रहे हैं.
10 विदेशी पर्यटक वो भी लॉकडाउन के दौरान गंगा किनारे घूमने निकल गए थे. जब उनसे पूछा गया क्यों घूम रहे हो तो बोले 1 बजे तक घूम सकते हैं, जबकि 1 बजे तक परमिशन लोगों को जरुरी सामान लेने के लिए दी गई है. न की घूमने के लिए, गंगा किनारे जाने के लिए, योग करने के लिए. फिर पुलिस ने इन विदेशियों से 500 बार लिखवाया “मैंने लॉकडाउन का पालन नहीं किया, मैं माफी मांगती/मांगता हूं’. गंगा नदी के किनारे मेक्सिको, ऑस्ट्रेलिया,अमेरिका और इजरायल के विदेशी पर्यटक घूम रहे थे। पुलिस ने इनसे फिर सादे कागज पर 500 बार लिखवाया. जबकि ये विदेशी जरूरी सामान लेने का बहाना बनाकर गंगा किनारे घूमने निकल गए।
पुलिस ने होटल संचालकों को दी चेतावनी
इसके बाद पुलिस ने विदेशी पर्यटकों के बाहर घूमने की घटनाओं पर पुलिस ने होटल संचालकों को सख्त चेतावनी दी है. अगर कोई विदेशी नागरिक बाजार जाता है जरुरी सामान लेने तो उसके साथ लोकल किसी व्यक्ति को भेजें. ताकि उसे कोई दिक्कत न हो आने जाने में. ऋषिकेश का तपोवन इलाका और गंगा किनारे सबसे ज्यादा विदेशी रहते हैं. सैकड़ों विदेशी आते हैं ऋषिकेश हर महीने. लेकिन आजकल कोरोना वायरस के चलते खाली पड़े हुए हैं पर्यटन स्थल. जो विदेशी यहीं फंसे हैं वही रुके हुए हैं। अभी उत्तराखंड में मिले 35 मरीज हैं इनमें से 5 हुए पूरी तरह ठीक बताये जा रहे हैं और ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. सबसे ज्यादा मरीज राजधानी देहरादून में 18 मरीज मिले हैं. इसके अलावा नैनीताल में 8, ऊधम सिंह नगर में 4, हरिद्वार में 3, पौड़ी में 1 और अल्मोड़ा में 1 मरीज मिला है.