जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी के करीबी और सत्ता और संगठन में दखल रखने वाले प्रदेश कांग्रेस के एक बड़े नेता के यहां आज इनकम टैक्स की रेड से हड़कंप मच गया है। आज अल सुबह कांग्रेस नेता के राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तराखंड में कई ठिकानों पर हुई कार्रवाई से कांग्रेस की सियासी गलियारों में भी चर्चाएं तेज हैं।
दरअसल इनकम टैक्स की कार्रवाई इतनी गुप्त की गई कि कार्रवाई की सूचना राजस्थान पुलिस तक को नहीं हो पाई। इनकम टैक्स अधिकारियों ने अपने साथ सीआरपीएफ के जवानों को साथ लेकर कांग्रेस नेता के यहां छापेमारी की।
इनकम टैक्स की ओर से भले ही इसे सामान्य कार्रवाई बताया जा रहा हो लेकिन सियासी गलियारों में इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी के यहां इनकम टैक्स की कार्रवाई को गहलोत सरकार पर दबाव बनाने के तौर पर भी देखा जा रहा है।
हालांकि इनकम टैक्स की कार्रवाई में अभी तक कितनी अघोषित आय और संपत्ति सामने आई है इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता के यहां इनकम टैक्स की छापेमारी को लेकर फिलहाल सत्ता और संगठन से जुड़े किसी भी नेता का कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है
सीएम गहलोत ने पहले ही दिए थे केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के संकेत
इससे पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस शिवसेना गठबंधन सरकार गिराने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित पार्टी के कई अन्य नेताओं इस बात के संकेत पहले ही दिए थे कि केंद्रीय एजेंसियों का अगला निशाना अब राजस्थान होगा, जहां कांग्रेस नेताओं पर कई तरह की कार्रवाई हो सकती है।
सियासी संकट में भी कांग्रेस नेताओं पर हुई थी इनकम टैक्स और ईडी की कार्रवाई
इससे पहले साल जुलाई 2020 में सचिन पायलट कैंप की बगावत के बाद गहलोत सरकार पर आए सियासी संकट के बीच ही कांग्रेस के कई नेताओं के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई पर भी ईडी और इनकम टैक्स की कार्रवाई हुई थी।
गौरतलब है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित कई अन्य नेता केंद्र सरकार पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा चुके हैं, मुख्यमंत्री गहलोत तो यहां तक कह चुके हैं कि देश में ईडी और सीबीआई का राज है।