नई दिल्ली। व्लादिमीर पुतिन, रूस के पांचवीं बार राष्ट्रपति बने हैं. यूक्रेन के साथ जंग के बीच हुए चुनाव में जीत के तुरंत बाद उन्होंने पश्चिमी गठबंधन NATO को चेतावनी भी दी. उन्होंने चेताया कि रूस और नाटो के बीच सीधा टकराव तीसरे विश्व युद्ध की तरफ पहला कदम होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि शायद ही कोई ऐसा मंजर चाहेगा.
यूक्रेन के साथ जंग की वजह से पश्चिम और रूस के संबंध अपने सबसे खराब स्तर पर हैं. पुतिन ने सिर्फ तीसरे विश्व युद्ध की ही चेतावनी नहीं दी है, बल्कि उन्होंने परमाणु युद्ध को लेकर भी आगाह किया और कहा कि हालांकि, उन्हें कभी परमाणु के इस्तेमाल की जरूरत महसूस नहीं हुई.
मैक्रों ने जताई थी यूक्रेन में सैन्य तैनाती की संभावना
राष्ट्रपति पुतिन का बयान माना जा रहा है कि फ्रेंच राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बयान पर आया है, जिन्होंने भविष्य में यूक्रेन में सैन्य तैनाती की संभावना जताई थी. फ्रांस नाटो गठबंधन का हिस्सा है लेकिन गठबंधन के लगभग ताकतवर मुल्कों ने मैक्रों के बयान से दूरी बनाई.
हालांकि, उत्तरी यूरोपीय देशों ने फ्रेंच राष्ट्रपति के बयान का समर्थन किया था, जिसमें यूक्रेन और पोलैंड जैसे नाटो देश भी आते हैं. मैक्रों के बयान के बारे में पूछे जाने पर पुतिन ने कहा, “इस मॉडर्न दुनिया में कुछ भी मुमकिन है.”
‘परमाणु युद्ध का हर किसी को है अंदाजा’
पुतिन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “इसका अंदाजा सभी को है कि अगर ऐसा होता है तो यह पूर्ण पैमाने पर तीसरे विश्व युद्ध से बस एक कदम दूर होगा. मुझे लगता है कि शायद ही इसमें किसी की दिलचस्पी होगी.” व्लादिमीर पुतिन ने दावा किया नाटो के जवान पहले से ही यूक्रेन में तैनात थे.
पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों अंग्रेजी और फ्रेंच बोलने वाले भी युद्ध के मैदान में दिखे हैं. उन्होंने कहा, “इसमें कुछ भी अच्छा नहीं है, सबसे पहले तो उनके लिए, क्योंकि वे वहां और बड़ी संख्या में मर रहे हैं.”