वास्तु शास्त्र में दिशाओं विशेष महत्व होता है. वास्तु के अनुसार अगर किसी घर में वास्तुदोष होता है तो वहां पर हमेशा तरह-तरह की परेशानियां आती रहती है. घर के वास्तुदोष को दूर करने के लिए वास्तु में कई तरह के उपाय बताए जाते हैं. वास्तु के इन नियमों का पालन करने पर घर में मौजूद वास्तु दोष समाप्त हो जाते हैं. इसके अलावा घर में सुख-समृद्धि और शांति के लिए वास्तुशास्त्र में बताए गए नियमों का पालन किया जा सकता है. आइए जानते हैं वास्तु के कुछ उपाय जो व्यक्ति के दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने में सहायक सिद्ध हो सकता है.
- अगर आप अच्छा धन कमाने में सफल रहते हैं लेकिन इस धन को बचा पाने में कामयाब नहीं रह पाते हैं तो आपको घर के दक्षिण-पूर्व की दिशा की दीवारों से गहरा रंग को हटा देना चाहिए. इसकी जगह आपको हल्का नारंगी और गुलाबी रंगों का प्रयोग करना चाहिए.
- सौभाग्य में वृद्धि के लिए घर में मौजूद सभी अग्नि से संबंधित उपकरण को हमेशा दक्षिणा-पूर्व दिशा में रखना चाहिए. इसके अलावा इस बात का भी ध्यान देना चाहिए को कोई बिजली का उपकरण खराब न हो या फिर इसमें से आवाज न निकलें.
- घर में सुख-शांति और संपन्नता के लिए घर में अतिथियों का स्थान उत्तर या पश्चिम की ओर होना चाहिए.
- वास्तु के अनुसार घर में गंदगी और मकड़ी के जाले होने पर नकारात्मक ऊर्जाएं बढ़ जाती हैं. इस कारण से घर के अंदर से समय-समय पर मकड़ी के जाले और गंदगी को दूर करते रहें.
- अगर आपके घर में तुलसी का पौधा है तो उसक नियमित रूप से पानी देते रहना चाहिए. तुलसी के पौधे के मुरझा जाने पर घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होने लगता है.
- उन घरों में वास्तुदोष होने की संभावना अधिक होती है जहां पर दरवाजे व खिड़कियों को खोलने या बंद करते समय कर्कश आवाजे आती हों.
- घर के जिस स्थान से सबसे ज्यादा सकारात्मक ऊर्जा आती है वह स्थान पूजा स्थल को होता है. वास्तु के अनुसार पूजा का स्थान ईशान कोण में होना चाहिए.
- वास्तु के अनुसार कभी भी किसी व्यक्ति को दक्षिण दिशा की तरफ पैर करके नहीं सोना चाहिए.
- घर पर वास्तु दोष के निवारण के लिए मुख्य द्वार पर गणेश जी प्रतिमा, ऊं और स्वास्तिक का निशान जरूर होना चाहिए.
- शयन कक्ष में अगर कोई आईना लगा हुआ हो तो सोते समय इसे ढक कर रखना चाहिए.