नई दिल्ली। स्मार्टफोन स्क्रीन को प्रोटेक्शन देने के लिए ज्यादातर लोग स्क्रीन गार्ड का इस्तेमाल करते हैं। यह स्क्रीन गार्ड आपके स्मार्टफोन की स्क्रीन को सुरक्षित रखता है। लेकिन स्क्रीन गार्ड के अपने कुछ साइड इफेक्ट होते हैं, जो आपके स्मार्टफोन की परफॉर्मेंस को नुकसान पहुंचाता है। क्या आपको मालूम है कि स्क्रीन गार्ड फोन को ब्लॉक कर सकता है। मतलब स्क्रीन गार्ड के चलते फोन की इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल ब्लॉक हो सकती हैं। इसलिए स्क्रीन गार्ड का सही चुनाव करना चाहिए। वरना यह आपके स्मार्टफोन की सेहत पर असर डाल सकता है। आइए जानते हैं कैसे सही स्क्रीन गार्ड का चुनाव करें.
क्या है इसकी वजह
Vivo की रिपोर्ट के मुताबिक मॉडर्न स्मार्टफोन में डिस्प्ले के नीचे दो सेंसर Ambient Light सेंसर और Proximity सेंसर छिपे रहते हैं। यह दोनों सेंसर आपको दिखाई नहीं देते हैं, जो कि फोन की स्क्रीन की राइट साइड रिसीवर के पास स्थित होते हैं। ऐसे में जब आप थर्ड पार्टी स्क्रीन प्रोटेक्टर का इस्तेमाल करते हैं, तो यह स्क्रीन प्रोटेक्ट यानी स्क्रीन गार्ड सेंसर को ब्लॉक कर देते हैं। इससे आपको स्क्रीन नॉन रिएक्टिव हो जाती है। ऐसे में आपको स्मार्टफोन पर कॉल आनी बंद हो जाती है। साथ ही थर्ड पार्टी स्क्रीन गार्ड के इस्तेमाल से इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर सही से काम नहीं करता है।
क्या करना होगा
स्मार्टफोन यूजर को किसी ब्रांडेड स्क्रीन प्रोटेक्टर का इस्तेमाल करना चाहिए। वहीं अगर बेहतर होगा कि जिस कंपनी का स्मार्टफोन है, उसी ब्रांड का स्क्रीन प्रोटेक्टर खरीदें, क्योंकि स्मार्टफोन कंपनियों को पता होता है कि सेंसर को किस जगह प्लेस किया गया है। ऐसे में स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां उसी हिसाब से स्क्रीन प्रोटेक्टर का निर्माण करती हैं।
Ambient light sensor
मोबाइल फोन में कई तरह के सेंसर मौजूद रहते हैं। इन्ही में से एक Ambient light sensor होता है। अक्सर आप देखते हैं कि फोन की लाइट को धूप की रोशनी में ऑटोमेटिक तरीके से बढ़ जाती है। वहीं अंधेरे में कम हो जाती है। इसकी वजह सेंसर है।
Proximity Mobile Sensor
Proximity मोबाइल सेंसर वाली डिवाइस को जब आप किसी से बात करने के लिए कान के पास ले जाते हैं तो देखा होगा कि फोन की लाइट अपने आप बंद हो जाती है और दूर करने पर दोबारा लाइट जल जाती है। यह सब इसी सेंसर के कारण होता है।