मास्को। रूसी सेना शहर दर शहर यूक्रेन में आगे बढ़ती जा रही है. जिसको लेकर पश्चिमी देश सीधे जंग में आए बिना रूस को रोकने का प्रयास कर रहे हैं. अमेरिका ने रूस पर कई प्रतिबंध लगाए हैं और उसकी वेस्ट में मौजूद संपत्तियों व फॉरेन रिजर्व को फ्रीज कर लिया है. इस फ्रीज पैसे को यूक्रेन की मदद के लिए भी दिया जा रहा है. अब रूस ने भी इसी तर्ज पर अपना बदला शुरू कर दिया है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी संपत्ति जब्त करने के लिए आदेश पारित कर दिया है.
हाल में G7 के सदस्य देशों ने फैसला किया है कि रूस की करीब 300 बिलियन डॉलर की संपत्ती का इस्तेमाल यूक्रेन को मदद देने के लिए किया जाएगा. यूरोपीय यूनियन ने भी इस हफ्ते की शुरुआत में ऐलान किया था कि वे सीज की हुई, संपत्तियों से आने वाले ब्याज से यूक्रेन को हर साल 2.7-3.3 बिलियन डॉलर की मदद भेजेगा.
रूस के खिलाफ लगातार इस तरह के एक्शन पश्चमी देशों की तरफ से लिए जा रहे हैं. इसी का जवाब देते हुए पुतिन ने एक प्रस्ताव पर साइन किया है. ये प्रस्ताव रूस की सीमाओं में मौजूद अमेरिका संपत्ति पर रूसी दावे को अनुमति देगा.
रूस क्यों कर रहा संपत्ति जब्त ?
रूस की सरकारी मीडिया के मुताबिक, अमेरिकी में रूस की चल-अचल संपत्ति, रूसी कंपनियों की अमेरिकी कंपनियों में हिस्सेदारी की जब्ती से हुए नुकसान की भरपाई इन अमेरिकी संपत्तियों से की जाएगी. रूसी मीडिया ने इस साल की शुरुआत में दावा किया था कि क्रेमलिन ने अमेरिका और उसके अलायंस की लगभग 290 बिलियन डॉलर की संपत्ति को चिन्हित किया है, जिन्हें प्रतिबंधों और एसेस्ट फरीज की भरपाई के लिए जब्त किया जा सकता है.
खबरों के मुताबिक, रूस पहले से ही कई अलग-अलग पश्चिमी कंपनियों की फिजिकल संपत्ति और रूस में यूरोपीय बैंकों द्वारा रखे गए लाखों डॉलर जब्त कर चुका है. यूक्रेन युद्ध की शुरुआत से रूस में काम करने वाली हजारों पश्चिमी कंपनिया देश छोड़ कर जा चुकी हैं.
अमेरिका का बड़ा प्लान
अमेरिका ने G7 देश कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और यूरोपीय यूनियन के सामने यूक्रेन की मदद करने के लिए एक प्लान पेश किया है. जिसके तहत यूक्रेन को 50 बिलियन डॉलर की मदद देने के लिए रूस की संपत्ति का इस्तेमाल किया जाएगा. अमेरिका का ये प्रस्ताव कांग्रेस में पास हुआ और राष्ट्रपति बाइडेन ने पिछले हफ्ते इस कानून पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. जिसके बाद अमेरिका रूस की संपत्ति को जब्त कर उसका इस्तेमाल यूक्रेन की मदद करने के लिए कर सकता है.
एक टास्क फोर्स ने अमेरिकी बैंकिंग सिस्टम में रूस के सेंट्रल बैंक की कम से कम 5 बिलियन डॉलर की संपत्ति की पहचान की है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी ने भी संकेत दिए कि वे अमेरिका के इस प्लान को अपनाएगा और जर्मन में मौजूद रूसी संपत्ति जब्त करेगा.