नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी न्यूक्लियर फोर्स को अलर्ट कर दिया है. उन्होंने यार्स मिसाइलों की खेप को एक्शन में ला दिया है और यूक्रेन से लेकर NATO देशों की तबाही का ब्लूप्रिंट भी तैयार कर लिया है. इंतजार है तो बस 2024 में होने वाले चुनावों के फैसले का. अगर 2024 में पुतिन फिर से रूस के राष्ट्रपति बने तो यकीन मानिए यूक्रेन का रूस में विलय भी तय है और इसके लिए परमाणु युद्ध से भी रूस पीछे नहीं हटेगा.
रूस के कलुगा रीजन और अल्ताई में यार्स मिसाइलों को फायरिंग पोजीशन में सेट कर यूं कमाड देने का ये वीडियो भी सामने आया. ये तब सामने आया जब हाल ही में पुतिन ने पश्चिमी देशों को मोबाइल परमाणु हमला करने में सक्षम इस इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल सिस्टम से हमले की धमकी दी है. इस मिसाइल की रेंज 12 हजार किमी है और ये अमेरिका तक तबाही मचा सकती है.
इसकी ताकत का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि ये इतना खतरनाक है कि अपने न सिर्फ एक, बल्कि एक साथ साथकई परमाणु बम ले जा सकती है और किसी भी देश में तबाही मचा सकती है.
22 महीने से जारी है जंग
करीब 22 महीने से रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण जंग में विनाशक हमले किए जा रहे हैं. रूस के हमले में यूक्रेन में भारी तबाही मची है. रूस और यूक्रेन ने लगातार दूसरे दिन रविवार को एक-दूसरे के ठिकानों पर 12 से ज्यादा ड्रोन अटैक किए. यूक्रेन ने रूस के एक सैन्य हवाई अड्डे को निशाना बनाया. जबकि काला सागर तट के पास ड्रोन का मलबा गिरने से यूक्रेन का एक नागरिक भी मारा गया.
रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि दक्षिण-पश्चिमी रूस के तीन क्षेत्रों में यूक्रेन के करीब 35 ड्रोन को मार गिराया गया है. जानकारी के मुताबिक यूक्रेन ने जिन रुसी ठिकानों को निशाना बनाया था उनमें वो सैन्य हवाई अड्डा भी शामिल है जहां बमवर्षक विमान रखे जाते हैं. रूस के रोस्तोव प्रांत के गवर्नर कहा है कि मोरोजोवस्क और पश्चिम में एक और शहर के पास बड़े पैमाने पर ड्रोन हमलों की जानकारी दी उनके मुताबिक ज्यादातर ड्रोन को मार गिराया गया है और यूक्रेनी हमलों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. यूक्रेनी एयर फोर्स ने दावा किया है कि दक्षिणी और पश्चिमी यूक्रेन में रूसी सैनिकों के रात में भेजे गए 20 ईरान निर्मित ड्रोन को मार गिराया गया है.