नई दिल्ली: लोकसभा में जातीय जनगणना के मुद्दे पर जिस तरह से राहुल गांधी-अखिलेश यादव की बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर से बहस हुई उसको लेकर अब बसपा सुप्रीमो मायावती की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने संसद में इन नेताओं की तकरार को नाटकबाजी बताते हुए कहा कि आरक्षण को लेकर इनकी पार्टियों का इतिहास घोर ओबीसी-विरोधी रहा है. इन पर विश्वास करना ठीक नहीं है.
मायावती ने एक्स पर लिखा- कल संसद में खासकर जाति व जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस व बीजेपी आदि में जारी तकरार नाटकबाजी तथा ओबीसी समाज को छलने की कोशिश थी, क्योंकि इनके आरक्षण को लेकर दोनों ही पार्टियों का इतिहास खुलेआम व पर्दे के पीछे भी घोर ओबीसी-विरोधी रहा है. ऐसे में इन पर विश्वास करना ठीक नहीं.
मायावती ने आगे कहा कि बसपा के प्रयासों से यहां लागू हुई ओबीसी आरक्षण की तरह ही राष्ट्रीय जातीय जनगणना जनहित का एक ख़ास राष्ट्रीय मुद्दा, जिसके प्रति केंद्र को गंभीर होना जरूरी है. देश के विकास में करोड़ों ग़रीबों-पिछड़ों व बहुजनों का भी हक, जिसकी पूर्ति में जातीय जनगणना की अहम भूमिका है.
संसद में हुई थी जोरदार बहस
दरअसल, संसद में विपक्ष लगातार जातीय जनगणना की मांग कर रहा है. इसको लेकर बीजेपी की ओर से हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर ने नेता विपक्ष राहुल गांधी को टारगेट करते हुए टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि ये देश में जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं, लेकिन इनकी खुद की जाति का पता नहीं है.
अनुराग ठाकुर के इस बयान को लेकर विपक्ष की ओर से जबरदस्त विरोध किया गया. माफी की भी मांग की गई. हालांकि, राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें अनुराग ठाकुर से माफी नहीं चाहिए, लेकिन जातीय जनगणना होकर रहेगी. मगर अनुराग ठाकुर के बयान को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव काफी मुखर नजर आए. उन्होंने गुस्से में संसद में कहा कि वो (अनुराग ठाकुर) किसी की जाति नहीं पूछ सकते. इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ.
इससे पहले भी अग्निवीर के मुद्दे पर अनुराग ठाकुर और अखिलेश यादव के बीच तकरार देखने को मिली. अखिलेश ने अनुराग ठाकुर से पूछा, “चैल कहां है. कभी गए हो उस मिलिट्री स्कूल में. मैं खुद मिलिट्री स्कूल में पढ़ा हूं. आप परमवीर चक्र की बात कर रहो, हम भी कई नाम गिना सकते हैं, जिन्हें परमवीर चक्र मिला है.”
इस पर अनुराग ठाकुर ने कहा, “ये तो केवल मिलिट्री स्कूल गए हैं. मैं आज भी आर्मी में कैप्टन रैंक की सेवाएं दे रहा हूं. अखिलेश जी केवल ज्ञान मत बांटिए. राहुल गांधी जी के साथ बैठकर बाहें फैलाकर आपको भी झूठ बोलने की आदत पड़ गई है.”