देहरादून। कांग्रेस के शीर्ष नेता एवं सांसद राहुल गांधी ने अपनी तीन दिवसीय अध्यात्मिक यात्रा के दूसरे दिन सोमवार को तीर्थ यात्रियों को भंडारा दिया। उन्होंने गत दिवस यात्रियों को स्वयं चाय पिलाई थी।
राहुल गांधी ने सोमवार सुबह केदारनाथ धाम में पूजा अर्चना के बाद पूर्वाहन 11 बजे से लेकर अपराहन 1 बजे तक तीर्थ यात्रियों के लिए भंडारे का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने सभी यात्रियों को अपने हाथों से भोजन परोसा। वह भोजन लेकर नागा बाबा के पास भी गये।
भंडारे के दौरान साधू-संतों ने राहुल के सिर पर हाथ रख कर उन्हे आशीर्वाद भी दिया। राहुल केदार धाम में सायंकालीन अभिषेक पूजा में भी शामिल हुए। सोमवार को राहुल भंडारे से पूर्व शंक्राचार्य समाधि भी गये। उन्होंने पंडा-पुरोहितों से भी भेट कर उनकी समस्याएं जानी। राहुल मंगलवार को दिल्ली लौट जाएंगे।
बताते चले कि पांच राज्यों में जारी विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच, रविवार को केदार धाम पहुंचे राहुल गांधी ने खुद तो राजनैतिक बयानों से परहेज किया ही उन्होंने समर्थकों को भी नारे लगाने से रोक दिया। यात्रा के दौरान पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेताओं से भी दूरी बनाकर उन्होंने यात्रा को पूरी तरह धार्मिक रखने का प्रयास किया।
राहुल गांधी की यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब सात नवंबर को छत्तीसगढ़ में पहले चरण का मतदान हो रहा है। माना जा रहा था कि वो केदारनाथ आकर, कोई राजनैतिक संदेश दे सकते हैं। लेकिन इसके विपरीत राहुल गांधी यात्रा के पहले दिन सियासत से दूर नजर आए।
राहुल ने पूरे दिन किसी तरह की बयानबाजी नहीं की, उनके सोशल मीडिया एकाउंट पर भी धाम की फोटो के साथ सिर्फ इतना ही लिखा नजर आया ‘आज उत्तराखंड में केदारनाथ धाम की यात्रा कर दर्शन प्राप्त किए और आराधना की, हर हर महादेव’।
राहुल के धाम पहुंचने पर कुछ लोगों ने नारेबाजी की, कुछ ने इस दौरान राहुल गांधी तो कुछ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे लगाए। लेकिन राहुल ने समर्थकों को अपने समर्थन में नारे लगाने से रोक दिया।