नई दिल्ली। कांग्रेस अमेठी-रायबरेली लोकसभा सीट पर किसे अपना उम्मीदवार बनाएगी, इस पर अभी तक फैसला नहीं हो सका है. राहुल गांधी ने अभी तक अमेठी से चुनाव लड़ने पर हामी नहीं भरी है. वहीं रायबरेली पर भी सस्पेंस बरकरार है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर कांग्रेस कब तक इन दोनों सीटों की उम्मीदवारी को लेकर फैसला कर पाएगी?
सूत्र की मानें तो अब तक राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़ने पर फैसला नहीं किया है. दोनों नेताओं से बातचीत जारी है, लेकिन राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने को लेकर हामी नहीं भरी है. प्रियंका के भी रायबरेली से लड़ने पर भी संकट के बादल हैं, क्योंकि राहुल और प्रियंका एक ही परिवार के सभी तीनों सदस्यों के संसद में होने को राजनीतिक रूप से सही नहीं मानते हैं.
सोनिया गांधी राज्यसभा सदस्य हैं, जबकि राहुल वायनाड से लड़ रहे हैं. वहीं पार्टी दोनों या किसी एक को अमेठी/रायबरेली से चुनाव लड़ने की अपील कर रही है क्योंकि सर्वे में उससे न सिर्फ उन दो सीटों पर बल्कि बाकी सीटों पर भी फायदे की उम्मीद है.
कल यानी सोमवार शाम को कर्नाटक के गुलबर्गा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी में लंबी बात जरूर हुई लेकिन रात तक भी अमेठी-रायबरेली सीट को लेकर फैसला नहीं हो सका. सूत्रों के मुताबिक पहले ऐसा कहा जा रहा था कि राहुल गांधी की भिंड में होने वाली रैली से पहले रायबरेली-अमेठी की उम्मीदवारी पर फैसला आ सकता है.
अमेठी-रायबरेली पर कब खत्म होगा सस्पेंस?
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी 30 अप्रैल को भिंड का दौरा करेंगे. वो यहां भिंड-दतिया लोकसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में जनसभा को संबोधित करेंगे. दरअसल, कांग्रेस पिछले कई दिनों से इन दोनों सीटों के लिए काफी जद्दोजहद कर रही है. मगर अभी तक ये तय नहीं कर पाई है आखिर इन दोनों सीटों पर उसके उम्मीदवार कौन होंगे?
महीनों से ये कयास लगाया जा रहा है कि पार्टी अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी को चुनावी मैदान में उतार सकती है. लेकिन अभी तक इस पर अंतिम मुहर नहीं लग पाई है. बता दें कि इन सीटों पर पांचवें चरण में 20 मई को वोटिंग है. 26 अप्रैल से नामांकन शुरू हो चुका है, जबकि इसकी अंतिम तारीख चार मई है. ऐसे में केवल चार दिन बचे हैं. सबकी निकाहें राहुल-प्रियंका पर अटकी हुई है.
अमेठी और रायबरेली गांधी परिवार की परंपरागत सीट
अमेठी और रायबरेली गांधी परिवार की परंपरागत सीट रही है. अमेठी सीट पर फिरोज गांधी से लेकर संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. वहीं, अगर रायबरेली सीट की बात करें यहां भी गांधी परिवार का कब्जा रहा है. यहां भी फिरोज गांधी, इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. सोनियां 2004 से 2019 तक यहां की सांसद रहीं.
वहीं, अब सोनियां गांधी राज्यसभा चली गईं. इसके बाद इस सीट पर प्रियंका गांधी को लड़ाने की बात की जा रही है. लेकिन कांग्रेस अभी तक इस सीट पर सस्पेंस कायम रखी है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि इन दोनों सीटों पर गांधी परिवार का ही चेहरा होगा या पार्टी किसी और पर दांव लगाएगी.
पांचवें चरण में यूपी की 14 सीटों पर मतदान
पांचवें चरण में यूपी की 14 सीटों पर मतदान है. इन सीटों में अमेठी, रायबरेली, कैसरगंज, लखनऊ, फैजाबाद, मोहनलालगंज, जालौन, झांसी, कौशांबी, बाराबंकी, गोंडा, हमीरपुर, बांदा और फतेहपुर शामिल है.