नई दिल्ली l पैगसस के मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए पूरा विपक्ष एक साथ नजर आ रहा है और इसी एकता को दिखाने के लिए बुधवार को कांग्रेस पार्टी सहित सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेता एक साथ सामने आए। सबसे पहले राहुल गांधी बयान देने के लिए मीडिया के सामने आए और कहा कि पैगसस पर चर्चा से पहले विपक्ष पीछे नहीं हटेगा।
राहुल गांधी के बयान पर जब पत्रकार ने पूछा कि पैगसस के मुद्दे पर सरकार के मंत्री अश्विनी वैष्णव जब जवाब देते हैं तो टीएमसी के सांसद उनका पर्चा फाड़ देते हैं, तो फिर चर्चा कैसे होगी? इसपर राहुल गांधी ने पत्रकार को जवाब देते हुए कहा, “देखिए आप डिस्ट्रैक्ट मत कीजिए, मैं जानता हूं आप किसके लिए काम करते हो, आपको डिस्ट्रैक्ट करने की जरूरत नहीं है, जनता जानती है कि हिंदुस्तान के लोकतंत्र पर आक्रमण हुआ है।”
और क्या बोले राहुल गांधी?
राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारी आवाज़ को संसद में दबाया जा रहा है। हमारा एक सवाल है कि क्या केंद्र सरकार ने पैगसस को खरीदा था कि नहीं? क्या केंद्र सरकार ने उसका इस्तेमाल अपने देश के लोगों के ख़िलाफ़ किया था कि नहीं? हम यह जानना चाहते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि इस हथियार को आतंकवादियों के खिलाफ, देशद्रोहियों के खिलाफ प्रयोग किया जाना चाहिए। हम नरेंद्र मोदी से सवाल पूछना चाहते हैं कि इस हथियार का इस्तेमाल लोकतंत्र के खिलाफ क्यों किया गया? पैगसस पर चर्चा होने से पहले हम कहीं नहीं जाएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि हम पैगसस पर चर्चा चाहते हैं। सरकार पैगसस पर चर्चा करने से मना कर रही है। स्पष्ट तौर पर सरकार ने कुछ ग़लत किया है, स्पष्ट तौर पर सरकार ने कुछ ऐसा किया है जो देश के लिए ख़तरनाक है। वर्ना वे कहते कि आइए और चर्चा कीजिए।
राहुल गांधी ने आगे कहा, “मैं हिंदुस्तान के युवाओं से जनता से पूछना चाहता हूं कि आपके फोन के अंदर नरेंद्र मोदी जी ने एक हथियार डाला है, मेरे खिलाफ वो हथियार का प्रयोग किया गया, सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ उस हथियार का प्रयोग किया गया, बाकी नेताओं के खिलाफ हथियार का प्रयोग किया गया, प्रेस के लोगों के खिलाफ, एक्टिविस्ट के खिलाफ प्रयोग हुआ, तो फिर सदन में बात क्यों नहीं होनी चाहिए, क्या कारण है कि सदन में बात नहीं हो रही है।”
उन्होंने कहा, “अगर हमने अभी कह दिया कि हम पैगसस पर चर्चा नहीं करेंगे तो यह मुद्दा खत्म हो जाएगा, लेकिन जो पैगसस का मामला है वो हमारे लिए राष्ट्रीयता का मामला है। यह जो हथियार है यह लोकतंत्र के खिलाफ इस्तेमाल किया गया, यह निजता का मामला नहीं है मेरे लिए, मेरे लिए यह राष्ट्र विरोधी काम है, नरेंद्र मोदी जी ने और अमित शाह जी ने हिंदुस्तान की आत्मा पर चोट मारी है, इसलिए पैगसस पर चर्चा से पहले हम कही नहीं जाएंगे।”
खबर इनपुट एजेंसी से