जयपुर : मेहगांव विधानसभा सीट से कांग्रेस ने राहुल सिंह को टिकट दिया है। राहुल सिंह पहले मुरैना जिले में राजस्व निरीक्षक के पद पर तैनात थे। विभागीय जांच की बात छिपाने पर कलेक्टर ने उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद उन्हें कांग्रेस ने उम्मीदवार बना दिया।
डेप्युटी कलेक्टर से इस्तीफा देने वाली निशा बांगरे कांग्रेस में टिकट से वंचित रह गई हैं। वहीं, नौकरी से बर्खास्त एक अधिकारी को कांग्रेस से टिकट मिल गया है। हम बात कर रहे हैं मुरैना जिले में राजस्व निरीक्षक के पद पर रहे राहुल सिंह की। राहुल सिंह पर सरकारी सेवा के दौरान कई आरोप लगे। इसके बाद उन्हें सरकारी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। कांग्रेस ने उन्हें भिंड जिले के मेहगांव विधानसभा से उम्मीदवार बनाया है। चर्चा है कि राहुल सिंह को यह टिकट मामा की ताकत पर मिला है। मेहगांव उम्मीदवार राहुल सिंह नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह के भांजे हैं।
इस्तीफा दिया तो कलेक्टर ने कर दिया बर्खास्त
वहीं, टिकट हासिल करने से पहले राहुल सिंह ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था। उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया बल्कि राहुल सिंह को मुरैना कलेक्टर अंकित अस्थाना ने नौकरी से ही बर्खास्त कर दिया। नौकरी से बर्खास्तगी के साथ ही राहुल सिंह को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया।
मेहगांव में पटवारी के पद पर रहे हैं तैयार
राहुल सिंह ने कई सालों तक मेहगांव विधानसभा में पटवारी के पद पर रहते हुए कार्य किया है। इसलिए मेहगांव विधानसभा से ही राहुल सिंह को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतार दिया है। हाल ही में सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में प्रवेश करने वाले राहुल सिंह अब लगातार लोगों से जनसंपर्क कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह के हैं भांजे
इसमें इसमें उनके मामा डॉक्टर गोविंद सिंह भी उनका सहयोग करते हुए नजर आ रहे हैं। राहुल सिंह को उम्मीद है कि उन्होंने राजनीति का रास्ता अख्तियार करके कोई गलती नहीं की है। पहले वे सरकारी नौकरी में रहते हुए लोगों की सेवा कर रहे थे। अब विधायक बनकर लोगों की सेवा करना चाहते हैं।
झूठ की वजह से गई नौकरी
दरअसल, चुनाव लड़ने के लिए राहुल सिंह ने कलेक्टर को अपना इस्तीफा सौंप था। इसके बाद यह बात सामने आई है कि शासकीय सेवा में रहने के दौरान इनके ऊपर विभागीय जांच लंबित है, जिसकी जानकारी इन्होंने छिपाई है। इसके बाद मुरैना कलेक्टर ने इन्हें शासकीय सेवा से बर्खास्त कर दिया।
इस्तीफा देने वाली निशा बांगरे को टिकट नहीं
वहीं, डेप्युटी कलेक्टर के पद से इस्तीफा देने वाली निशा बांगरे को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया है। कांग्रेस ने निशा बांगरे से वादा किया था कि नामांकन से एक दिन पहले तक हम इंतजार करेंगे। उससे पहले ही कांग्रेस ने टिकट की घोषणा कर दी है। निशा बांगरे का इस्तीफा मंजूर हुआ तो पार्टी उनके लिए टिकट बदलने को तैयार नहीं हुई।