उज्जैन: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन में ईओडब्ल्यू (EOW) अर्थात आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की कार्रवाई में साल 2023 की तुलना में साल 2024 में बढ़ोतरी देखने को मिली है. लोकायुक्त एसपी दिलीप सोनी ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान बताया कि लोकायुक्त पुलिस की तर्ज पर EOW भी लगातार भ्रष्ट कर्मचारियों और अधिकारियों पर कार्रवाई कर रही है. इसके अलावा चिट फंड और आर्थिक अपराध संबंधी मामलों में भी ईओडब्ल्यू पुलिस की कार्रवाई जारी है.
मध्य प्रदेश में पिछले कुछ सालों में ईओडब्ल्यू लगातार कार्रवाई करते हुए भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों पर लगाम कसने की कोशिश की है. हालांकि लोकायुक्त पुलिस की तरह ईओडब्ल्यू के कार्रवाई के आंकड़े भी लगातार बढ़ रहे हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भ्रष्टाचार करने वालों को EOW और लोकायुक्त पुलिस का भय भी काम नहीं हुआ है.
साल 2024 में 10% अधिक मामले दर्ज
आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो के एसपी दिलीप सोनी ने एबीपी न्यूज़ से चर्चा के दौरान कहा कि साल 2023 की तुलना में साल 2024 में 10% अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इस बार भी लगातार कई मामलों में जांच चल रही है. उन्होंने बताया कि आर्थिक अपराध अन्वेक्षण ब्यूरो द्वारा कर्मचारियों व अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार पकड़ने के साथ-साथ आय से अधिक संपत्ति और पद के दुरुपयोग के मामले भी दर्ज किए जाते हैं.
रिश्वत मांगने वालों पर कार्रवाई के लिए दो कार्यालय
मध्य प्रदेश में पहले लोकायुक्त पुलिस ही भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करती थी लेकिन अब आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो भी लगातार कार्रवाई कर रहा है, इसलिए अब शिकायतकर्ताओं के लिए दो विकल्प है. मध्य प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालय पर लोकायुक्त के साथ-साथ ईओडब्ल्यू के भी दफ्तर है.