विकाश शुक्ला/भोपाल। जुलाई माह के 11 व 12 तारीख को दो दिवसीय कालिदास महर्षि राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन अध्यात्म दिव्य ज्योतिष के प्रणेता ज्योतिष महर्षि पं. अयोध्या प्रसाद गौतम जी के पुण्य स्मृति में प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में देश भर के कोने से महान दिग्गज ज्योतिषाचार्य शिरकत करेंगे। वहीं मुख्यमंत्री, ग्रहमंत्री समेत अन्य मंत्री और विधायक व पूर्व मंत्रीयों को भी आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर 1008 अवधूत बाबा अरुण गिरी जी महाराज ऋषिकेश द्वारा किया जाएगा। पं. विनोद गौतम ने बताया कि उक्त सम्मेलन ज्योतिष मठ संस्थान भोपाल एवं कालिदास संस्कृत अकादमी उज्जैन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है।सम्मेलन मे समाजसेवियों, राजनेताओं, पूर्व न्यायाधीशों कुलपतियों सहित वरिष्ठ साधु संतों को भी आमंत्रित किया गया है।
लगेगा ज्योतिषाचार्यों का जमघट :
कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश की राजधानी भोपाल के बाल्मी सभागार कलियासोत रोड में दो दिवसीय कार्यक्रम (11 एवं 12 जुलाई) का आयोजन किया जा रहा है। बताया गया कि 11 जुलाई को 9 बजे से सरस्वती वंदना, पंचदेव पूजा आदि प्रारंभिक संगीत कार्यक्रम। प्रथम सत्र 10 बजे प्रारंभ होगा, अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं परिचय सत्र प्रारंभ होगा जो 12 बजे तक चलेगा। वहीं द्वितीय सत्र 12 से 2 बजे तक आयोजित किया जाएगा, यह सत्र आध्यात्मिक ज्योतिष सत्र होगा। तृतीय सत्र 3 से 5 बजे तक आयोजित किया जाएगा। यह सत्र ज्योतिष सूत्रों से संबंधित होगा। चतुर्थ सत्र 5 से 7 बजे तक आयोजित किया जाएगा। यह सत्र कालीदास काव्य ज्योतिष का होगा। इसमें प्रख्यात ज्योतिष कवियों को बुलाया गया है। शाम 7 बजे से 9 बजे तक संगीत संध्या, इस दौरान विद्वान अपने स्थानीय आमजन श्रद्धालुओं से भेंट कर सकेंगे। वहीं दूसरे दिन 12 जुलाई को पंचम सत्र 10 से 12 बजे तक दीप प्रज्जवलन, गुरु पूजा आदि के पश्चात भागवत ज्योतिष सत्र होगा। इसमें प्रख्यात भागवताचार्य शामिल होंगे। पष्टम सत्र 12 से 2 बजे दोपहर पंचांगकारों का सत्र शुरू होगा, जिसमें प्रख्यात पंचांगों के गणितकर्ता पंचांगकारों को सम्मिलित किया जाएगा। सप्तम सत्र 4 बजे से प्रारंभ होगा, यह समापन सत्र होगा, जिसमें सभी अतिथि विद्वानों को सम्मानित किया जाएगा।
ज्योतिष की भूमिका पर ज्योतिषाचार्य करेंगे मंथन :
कार्यक्रम के संयोजक ज्योतिषाचार्य पं. विनोद गौतम ने बताया की दो दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन में लगभग 12 प्रदेशों के विद्वानों का आगमन होगा। देश के कोने-कोने से महामंडलेश्वर संत महात्मा, ज्योतिष विद्वान इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। सम्मेलन में सभी विद्वान शोध पत्रों का वाचन करेंगे। बताया गया कि सम्मेलन में विषय विशेषज्ञों को ही आमंत्रित किया गया है। पं. श्री गौतम द्वारा बताया गया कि विद्वानों द्वारा “सनातन संस्कृति के पुनरुत्थान में ज्योतिष की भूमिका” विषय पर मंथन किया जाएगा। साथ ही कालिदास काव्य ज्योतिष का सत्र विशेष तौर पर आयोजित किया जा रहा है, इसमें ज्योतिष कविताओं के माध्यम से ज्योतिष के महर्षि जिन्होंने कविताओं के माध्यम से ज्योतिष जीवंत रखा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।