देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि ‘एक देश, एक चुनाव’ देशहित में है और इसके लिए यदि तीन साल पहले चुनाव होता है तो वह इसके लिए तैयार हैं। धामी ने शुक्रवार को ‘हिन्दुस्तान शिखर समागम’ में ‘एक देश, एक चुनाव’ के अलावा ‘भारत-इंडिया’ विवाद और सनातन पर की जा टिप्पणियों को लेकर भी अपनी राय जाहिर की। उन्होंने यह भी ऐला किया कि 2024 से पहले उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू कर दिया जाएगा।
देश का नाम बदलने को लेकर चल रही अटकलों को लेकर धामी ने कहा, ‘जहां तक भारत की बात है, सभी देशों के जो भी नाम हैं, वे इंग्लिश में भी वही नाम हैं, भारत का नाम भी भारत होना चाहिए। इसमें कोई अतिश्योक्ति, इधर उधर की बात नहीं है। अनावश्यक रूप से कुछ लोग विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। ये वो लोग हैं जिन्होंने हमेशा देश में तुष्टिकरण की है। देश में लगातार 60 सालों तक एक पार्टी, एक परिवार का शासन रहा है। देश की जनता ने देखा है 60 साल में उस तरह की उन्नति नहीं हुई जैसा होना चाहिए था। गरीबी का उन्मूलन नहीं हुआ, गरीबों का हो गया। आज हमारे पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया का मान, सम्मान, स्वाभिमान पहचान, समर्थ और ताकतवर भारत के रूप में हो रही है।’
28 दलों के विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए धामी ने कहा कि ये लोग परिवार और अस्तित्व बचाने के लिए एकजुट हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘जहां तक इंडिया अलायंस की बात है, वही यूपीए है पुराना वाला। वही गठबंधन है जो अपने परिवारों को बचाने के लिए, राजनीतिक संरक्षण या खत्म हो रहे अस्तित्व को बचाने के लिए गठबंधन है। देश की जनता समझ रही है। देश की जनता का जो गठबंधन है वह मोदी जी के साथ है। मोदी जब 2014 में प्रधानमंत्री पद के उम्मदीवार थे तब जो उन्हें वोट मिला उससे अधिक 2019 में मिला और इससे ज्यादा 2014 में मिलेगा।’
जो हमेशा था और रहेगा वही सनातन: धामी
सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणियों पर धामी ने कहा कि इंडिया अलायंस के कई नेता इस तरह की बात कर रहे हैं, लेकिन बड़े नेताओं ने चुप्पी साध रखी है। उन्होंने कहा, ‘कुछ लोग सनातन पर तमाम तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं। स्टालिन के बेटे ने किया है, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे ने किया है। इंडिया गठबंधन जो बना है उसमें लोग लगातार टिप्पणियां कर रहे हैं. बड़े बड़े नेता चुप हैं. सोनिया गांधी, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, नीतीश कुमार का कोई बयान नहीं आता है। यह सवाल सिर्फ मेरा नहीं है, उन सबका है कि इनकी दृष्टि में सनातन क्या है। मैं बताना चाहता हूं कि सनानत क्या है। सनातन ना तो नया है ना पुराना है। सनातन पहले भी था, अब भी है, लगातार रहेगा, यह रुकने वाला नहीं है, जो हमेशा रहेगा वह सनातन है।’
क्यों चाहते हैं- एक देश-एक चुनाव
धामी ने कहा कि बार-बार चुनाव से विकास बाधित होता है, इसलिए सभी चुनाव एकसाथ होने चाहिए। उन्होंने कहा, ‘एक देश एक चुनाव निश्चित रूप से होना चाहिए। इसके कारण से बहुत सी सहूलियत होने वाली है। 5 साल में कई चुनाव का सामना करना पड़ता है। लोकसभा चुनाव अलग होता है, विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगती है। 2-3 महीने तक मशीनरी पूरी ठप होती है। पंचायत, नगर पालिकाओं के चुनाव होते हैं, स्थानीय निकाय के चुनाव होते हैं। बार-बार चुनाव होने से विकास बाधित होता है, धन्य अत्यधिक खर्च होता है। पीएम मोदी ने जो संकल्प लिया है, वह होना चाहिए, उसमें देश की उन्नति है। एक भारत, श्रेष्ठ भारत की दिशा में ले जाने के लिए यह सबसे अच्छा कदम होगा।’
यह पूछे जाने पर कि एक देश एक चुनाव के नाम पर तीन साल पहले चुनाव के लिए तैयार हैं? धामी ने कहा- निश्चित रूप से। हम ऐसी पार्टी में काम करते हैं जिसमें देश पहले नंबर पर है, दल दूसरे नंबर पर और व्यक्ति का हित अंतिम स्थान पर होता है। जो भी फैसला देश हित में होगा, उसमें व्यक्तिगत चीजें मायने नहीं रखती। देश के लिए जो जरूरी है, हमारे पीएम इतने विजनरी लीडर हैं, उनके नेतृत्व को पूरी दुनिया मानती है। उन्होंने यह प्रस्ताव देश के सामने रखा है तो सबको आगे आना चाहिए।