टूरिज्म और टेररिज्म एक साथ नहीं हो सकतेः पर्यटन मंत्री महाराज
देहरादून। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद उत्तराखंड सरकार ने कड़ा निर्णय लेते हुए चारधाम यात्रा के लिए पंजीकृत सभी 77 पाकिस्तानी श्रद्धालुओं का पंजीकरण तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। पर्यटन, धर्मस्व और संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने रविवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने इस आतंकी घटना को “कायराना हरकत” बताते हुए कहा कि “टूरिज्म और टेररिज्म एक साथ नहीं हो सकते।”
पर्यटन मंत्री ने बताया कि चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है। अब तक 22 लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण करवा चुके हैं। इनमें 185 देशों से आए 25,000 से अधिक विदेशी श्रद्धालु भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि, हमारा देश और राज्य श्रद्धा और आस्था का केंद्र है, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा और संवेदनशीलता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
मंत्री महाराज ने कहा कि राज्य सरकार चारधाम यात्रा को आस्था, सुविधा और सुरक्षा का आदर्श मॉडल बनाना चाहती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की भूमि पर धार्मिक पर्यटन का स्वागत है, लेकिन उन देशों के प्रति सख्ती जरूरी है जो आतंकवाद को आश्रय देते हैं।
हेलीकॉप्टर टिकट व पार्किंग पर सख्ती
श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सरकार ने हेली टिकटों की कालाबाजारी और यात्रा मार्गों पर अवैध पार्किंग शुल्क वसूली को रोकने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं।
यात्रा की तैयारियां पूरी, ऑफलाइन पंजीकरण 28 अप्रैल से शुरू
राज्य सरकार की और से यात्रा मार्गों की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 28 अप्रैल से ऑफलाइन पंजीकरण भी शुरू किए जा रहे हैं। इसके लिए हरिद्वार, ऋषिकेश, विकासनगर और हरबर्टपुर में पंजीकरण केंद्र बनाए गए हैं। इस बार आधार नंबर के जरिए भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी गई है।