आनंद अकेला की रिपोर्ट
रीवा। भारत और चीन के बीच 15 जून की रात एलएसी में हुए सैन्य झड़प में रीवा का लाल भी शहीद हो गया। विन्ध्य में इस समाचार से क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई।
15-16 जून की रात एलएसी में चीन की धोखेबाजी के कारण सैन्य झड़प हो गईं जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए। तो वहीं भारतीय सैनिकों ने निहत्थे ही 43 चीनी सैनिकों को ढेर कर दिया। इस सैन्य झड़प में भारतीय सैनिकों ने निहत्थे ही लाठी और नुकीले डंडों से लैस चीनी सैनिकों का जमकर मुकाबला किया। भारतीय सैनिक जहां शांति से चीनी सैनिकों को पीछे हटने के लिए कह रहे थे। इस बीच चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर हमला बोल दिया। एकाएक हुए इस हमले से जब तक भारतीय जवान सम्भल पाते तब तक काफी क्षति हो चुकी थी। हालांकि भारतीय जवानों से चीनी सेना को जबरदस्त नुकसान हुआ और उसके 43 सैनिक हताहत हो गए।
चीनी सेना के हमले में जो 20 भारतीय जवान शहीद हो गए उसमें रीवा जिले के दीपक सिंह भी शामिल हैं। रीवा का लाल शहीद दीपक सिंह गहरवार मनगवां के फरहदी ग्राम के निवासी हैं, उनके बड़े भाई भी भारतीय सेना में हैं। विंध्य क्षेत्र उस समय शोक की लहर में डूब गया जब फरहदी निवासी गजराज सिंह को मंगलवार की रात सैन्य अधिकारियों का फोन आया की उनके पुत्र दीपक सिंह चीन के सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हो गए। वे 16 बिहार रेजिमेंट में पदस्थ थें। दीपक का विवाह पिछले वर्ष के माह नवम्बर में हुआ था। वे आखिरी बार होली में घर आएं थे। पर अब फरहदी निवासी रीवा के इस लाल ने देश की मिटटी की रक्षा के लिए अपनी जान दे दी। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार को रीवा पहुंचने की उम्मीद है।