इंदौर l लोकायुक्त पुलिस ने मध्यप्रदेश के धार जिले में एक आपराधिक मामले के आरोपियों के करीबी रिश्तेदार से 30,000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में बुधवार को सहायक उप निरीक्षक को रंगे हाथों पकड़ा। लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि घूसखोरी को लेकर एक व्यक्ति परमानंद दहिया की शिकायत पर सहायक उप निरीक्षक किशोर सिंह टांक को जाल बिछाकर पकड़ा गया। बघेल के मुताबिक राजोद पुलिस थाने में तैनात टांक द्वारा दहिया से कथित घूस के रूप में 30,000 रुपये लिए गए थे।
उन्होंने कहा कि दहिया के भाई-भाभी और अन्य करीबी रिश्तेदार गाली-गलौज, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के आरोपों में राजोद थाने में दर्ज मामले में आरोपी हैं और सहायक उप निरीक्षक उन्हें कथित रूप से धमकाया था कि वह इस मामले में सजा के कठोर प्रावधानों वाली कानूनी धाराएं बढ़ा देगा।
बघेल ने बताया, “शिकायतकर्ता के मुताबिक ये धाराएं नहीं बढ़ाने के एवज में सहायक उप निरीक्षक ने शुरुआत में आरोपी पक्ष से एक लाख रुपये की घूस मांगी थी।” उपाधीक्षक ने बताया कि रिश्वतखोरी के आरोप में सहायक उप निरीक्षक के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस पुलिस अफसर को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। उपाधीक्षक के मुताबिक बॉन्ड भरवाकर उसे इस बात के लिए कानूनन पाबंद किया गया है कि घूसखोरी के मामले की जांच के संबंध में उसे जब भी बुलाया जाएगा, वह लोकायुक्त पुलिस के सामने तय तारीख को हाजिर हो जाएगा।
खबर इनपुट एजेंसी से