मनोज रौतेला की रिपोर्ट :
ऋषिकेश : ऋषिकेश पुलिस यानि मित्र पुलिस की मानवता की मिशाल देखनी सुननी हो तो इस मामले को पढ़िए. ऋषिकेश में घाट चौकी पुलिस ने सेवा को एक और नया नाम दिया है जो समाज में बहुत कम देखने को मिलता है. पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी के साथ साथ “मिशन हौसला” के दृष्टिगत भी आम जन की सेवा करने में लगे हैं. ऐसे ही एक मामला देखने में आया ऋषिकेश के घाट चौकी पुलिस द्वारा किया हुआ काम. इसे काम नहीं बल्कि सेवा कहेंगे और वो भी मानवता को आगे रख कर की गयी सेवा. दरसल, भयंकर रूप से कैंसर पीड़ित जो अपने जीवन के लास्ट स्टेज पर है. जिसे पता है मैं बचूंगा नहीं और पुलिस कर्मियों को भी पता था ये बचेगा नहीं लेकिन उसकी पुलिस कर्मियों ने 9 दिनों की कड़ी सेवा की. सेवा मेहनत के पश्चात हेल्पिंग हैंड एनजीओ की सहायता से अब गंगा प्रेम अस्पताल रायवाला में किया जाएगा इलाज उस ब्यक्ति का.
पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड के द्वारा कोविड-कर्फ्यू के दौरान अकेले बुजुर्ग, गरीबों की सहायता हेतु अभियान मिशन हौसला चलाए जा रहा है. इसी अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस कर्मी लगे हुए हैं कोरोना काल में. दरसल, 7 मई 2021 को कोतवाली ऋषिकेश के चौकी प्रभारी उत्तम रमोला त्रिवेणी घाट साथी कर्मचारी गणों के साथ त्रिवेणी घाट परिसर में उपस्थित गरीबों की सहायता हेतु भोजन इत्यादि की जानकारी के संबंध में गश्त कर रहे थे उसी दौरान उन्हें एक ब्यक्ति नाव घाट स्थित बेंच पर संदिग्ध अवस्था में लेटा हुआ दिखाई दिया। जिसके पास जाकर देखा तो उसके चेहरे के एक साइड में बहुत बड़ा घाव हो रखा था।जो देखने में अजीब लग रहा था. हर कोई देख भी नहीं सकता था घाव को. जिसके विषय में जानकारी करने पर उसके द्वारा बताया गया कि “मैं कैंसर पीड़ित हूं तथा इस समय मेरे कैंसर की अंतिम अवस्था चल रही है। मेरे परिवार में कोई नहीं है और मैं अब अपना इलाज कराने में असमर्थ हूं। मेरे घाव के कारण मुझे सभी लोग घृणा की दृष्टि से देखने लगे हैं। जिस कारण मैं यहां अकेले में पड़ा हुआ हूं। उस ब्यक्ति का नाम है कपिल पुत्र भूषण लाल निवासी टीएचडीसी कॉलोनी केदार पुरम थाना नेहरू कॉलोनी देहरादून, यह पता उसके पास आधार कार्ड से पता लगा. इस पर चौकी प्रभारी उत्तम रमोला त्रिवेणी घाट के द्वारा प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह को इसकी सूचना दी गई। जिसपर उनके द्वारा उच्च अधिकारी गणों को इसकी सूचना दी गई व उनसे प्राप्त दिशा निर्देशों के अनुपालन में चौकी प्रभारी को बताया गया क्या करना है करके.इस दौरान ऋषिकेश पुलिस की आत्मतीयता देखिये उस ब्यक्ति की सेवा में जुट गयी. खर्चा पानी सब अपने निजी खर्च से करते रहे पुलिस कर्मी. जिसमें प्रमुख तौर पर थे चौकी इंचार्ज उत्तम रमोला, सिपाही जसवीर सिंह और सिपाही संजीव जो घाट चौकी पर तैनात हैं. सबसे पहले कैंसर पीड़ित के रहने के लिए त्रिवेणी घाट परिसर स्थित पुराने पुलिस बूथ की सफाई कर उसके अंदर बिस्तर एवं पंखे की व्यवस्था की गई। फिर चेहरे पर बहुत बड़ा घाव हो जाने के कारण, खाने के लिए पोस्टिक एवं तरल पदार्थ की व्यवस्था निजी खर्चे से की गई। फिर 8 मई 2021 को कैंसर पीड़ित का राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश यानी सरकारी हॉस्पिटल में कोविड- टेस्ट करवाया गया। फिर 8 मई 2021 को निजी खर्चे पर वाहन की व्यवस्था कर कैंसर पीड़ित को एम्स अस्पताल ऋषिकेश ले जाया गया। कैंसर वार्ड में बताया गया कि इसका पूर्व मैं यहां पर इलाज हुआ था। परंतु पीड़ित के पास पूर्व में इलाज संबंधी कोई भी कागज नहीं है मौजूद.फिर पुनः पर्चा बनवाया गया। तत्पश्चात कैंसर वार्ड से कैंसर पीड़ित को रेडियोथैरेपी डिपार्टमेंट में भेजा बताया गया कि रेडियो टेप-थेरेपी डिपार्टमेंट पीड़ित को भर्ती कर सकता है।
रेडियोथैरेपी डिपार्टमेंट ने पीड़ित के लिए दवाइयां लिखकर गौहरी माफी स्थित प्रेम गंगा हॉस्पिटल जहां पर की कैंसर की लास्ट स्टेज वालों का सेवा की जाती है वहां पर जाने के लिए बताया।फिर 9 मई 2021 को फिर से ऋषिकेश पुलिस द्वारा निजी खर्चे पर वाहन की व्यवस्था कर कैंसर पिडित को प्रेम गंगा हॉस्पिटल गौहरीमाफी रायवाला में ले जाया गया, जहां पर वहां के प्रभारी द्वारा बताया गया कि उक्त पीड़ित की एम्स अस्पताल द्वारा बायोप्सी नहीं कराई गई है,और ना ही रेडियोथैरेपी की गई है। पिडित के पर्चे में भी कैंसर का कोई उल्लेख नहीं किया गया है। नियमानुसार, अगर एम्स अस्पताल में इलाज के दौरान यह पाया जाता है कि पीड़ित का कैंसर लास्ट स्टेज का है, और वह सरवाइव नहीं कर सकता, यानी उसका आगे जीवन मुश्किल है तो एम्स प्रशासन प्रेम गंगा हॉस्पिटल को यह लिखित में में रिपोर्ट दे। तो प्रेम गंगा हॉस्पिटल पीड़ित को एडमिट कर उसकी सेवा कर सकता है। अब फिर से ऋषिकेश पुलिस कैंसर पीड़ित को वापस त्रिवेणी घाट स्थित पुलिस बूथ में ले कर आयी.यहाँ लाकर उसके घाव की सफाई करवाई गई, व डॉक्टर द्वारा दी गई दवाई लाकर दी गई।अब ऋषिकेश पुलिस द्वारा कैंसर पीड़ित के इलाज में सहायता वह किसी अस्पताल में भर्ती कराने के संबंध में स्थानीय सहायकों व एन.जी.ओ से संपर्क किया गया। फिर कल यानि 16 मई 2021 को ऋषिकेश स्थित हेल्पिंग हैंड एनजीओ मैं नियुक्त प्रदीप बॉबी द्वारा उक्त कैंसर पीड़ित की सहायता हेतु प्रेम गंगा अस्पताल में फिर से बात की गई और उनके द्वारा मांगे गए समस्त कागजातों की पूर्ति की गयी.
अब आज यानि 17 मई 2021 को ऋषिकेश पुलिस के अथक प्रयासों के पश्चात कैंसर पीड़ित की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आने पर, समस्त कागज तैयार कर हेल्पिंग हैंड एनजीओ की सहायता से वाहन की व्यवस्था कर प्रेम गंगा अस्पताल रायवाला में भर्ती किया गया. जहां पीड़ित को इलाज के साथ-साथ समस्त सेवाएं मुफ्त दी जाएंगी। पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार द्वारा चलाए जा रहे अभियान “मिशन हौसला” के अंतर्गत कोतवाली ऋषिकेश की त्रिवेणी घाट पुलिस द्वारा पिछले 9 दिनों तक कैंसर पीड़ित की सहायता कर जो अथक प्रयास किए गए हैं। उसका स्थानीय लोगों व जनप्रतिनिधि गणों के द्वारा सराहना की गई है। यह इतना आसान नहीं था जितना लग रहा है. 9 दिनों तक पुलिस इधर से उधर, संपर्कों से बात करती रही लेकिन पुलिस मरीज को छोड़ा नहीं. इसको कहते है मित्र पुलिस की मानवता. इस मामले में सभी पुलिस कर्मी जो भी इस सेवा में शामिल थे उनकी जितनी प्रसंशा की जाए कम है.