विशाखापट्टनम: टीम इंडिया ने विशाखापट्टनम टेस्ट में इंग्लैंड को हरा दिया है. भारत ने 106 रन के बड़े अंतर से अपनी जीत की स्क्रिप्ट लिखी. भारत की इस जीत के साथ ही 5 टेस्ट मैचों की सीरीज अब 1-1 की बराबरी पर आकर खड़ी हो गई है. ये रोहित शर्मा की कप्तानी में खेले 13 टेस्ट में मिली 7वीं जीत है मगर इसका स्वाद पिछली 6 जीतों से जुदा है. अब आप कहेंगे कि भला वो कैसे? तो वो इस वजह से क्योंकि इस जीत के जरिए भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इतिहास रचा है. विशाखापट्टनम की जीत इतनी खास है कि इसकी बदौलत अब धोनी भी रोहित से पीछे छूट चुके हैं.
सबसे पहले बात रोहित शर्मा के रचे इतिहास की करते हैं. रोहित ने इतिहास की स्क्रिप्ट इंग्लैंड को हराते हुए लिखी. दरअसल, रोहित अब पहले ऐसे एशियाई कप्तान बन चुके हैं, जिन्होंने इंग्लैंड को उसके बैजबॉल युग में कोई टेस्ट मैच हराया है.
रोहित ने रचा इतिहास, धोनी छूटे पीछे
रोहित शर्मा ने इंग्लैंड को हराकर इतिहास रचा तो एमएस धोनी भी पीछे छूट गए. रोहित अब धोनी से ज्यादा जीते हुए इंटरनेशनल मुकाबलों में भारतीय टीम का हिस्सा रहे हैं. धोनी जहां भारतीय टीम के साथ 295 जीते मैचों में जुड़े रहे. वहीं इंग्लैंड के खिलाफ वाइजैग में जीता मैच, रोहित का 296वां रहा. इस मामले में भारतीय रिकॉर्ड विराट कोहली के नाम हैं, जो 313 जीते गए मैचों में अब तक भारतीय टीम के साथ रहे हैं.
बतौर कप्तान हिट हैं रोहित पर बल्लेबाजी का थोड़ा देखना पड़ेगा
बतौर कप्तान रोहित के टेस्ट करियर को देखें तो उन्होंने 54 फीसद मुकाबले जीते हैं. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अंदर उनका विनिंग पर्सेन्टेज 50 का है. कप्तान होने के नाते तो रोहित भारत की जीत की पटकथा खूब लिख रहे हैं. लेकिन, एक बल्लेबाज के तौर पर उनका पिछले कुछ पारियों से नाकाम होना टीम इंडिया के लिए चिंताजनक है. रोहित ने पिछली 8 पारियों से टेस्ट में कोई अर्धशतक भी नहीं लगाया है. भारत ने सीरीज बराबर जरूर कर ली है. लेकिन, अगर उसे ये सीरीज जीतनी है तो रोहित का रंग में लौटना बेहद जरूरी है.
बता दें कि भारत ने विशाखापट्टनम टेस्ट में इंग्लैंड को हराया है. इससे पहले इंग्लैंड ने हैदराबाद में खेला पहला टेस्ट मैच जीता था. टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच राजकोट में है.