नागपुर : आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत का कहना है कि भारत हिंदू राष्ट्र है। उन्होंने नागपुर में एक आयोजन में कहा कि भले ही कुछ लोग स्वीकार करें या फिर नहीं, लेकिन हिन्दुस्तान हिंदू राष्ट्र है। यह एक सच्चाई है। उन्होंने यह बात ऐसे समय में कही है, जब मुंबई में विपक्षी दलों की मीटिंग चल रही है। इस बीच उनका यह बयान राजनीतिक बहस को एक नया मोड़ दे सकता है। आरएसएस से जुड़े मराठी दैनिक तरुण भारत का प्रकाशन करने वाली संस्था श्री नरकेसरी प्रकाशन लिमिटेड की नई इमारत ‘मधुकर भवन’ के उद्घाटन के मौके पर मोहन भागवत ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि भले ही कुछ लोग अपने स्वार्थों के चलते इस बात को स्वीकार न करें, लेकिन यह सच है कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है। यहां सभी लोग हिंदू संस्कृति से जुड़े हुए हैं। मोहन भागवत का यह बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में अगले कुछ महीनों में ही चुनाव होने वाले हैं। मोहन भागवत ने कहा, ‘भारत एक हिंदू राष्ट्र है। एक बड़ी संख्या इस बात को स्वीकार भी करती है। हालांकि कुछ लोग इस बात को नहीं समझ पाते। कुछ लोग ऐसे हैं, जो यह बात जानते हैं, लेकिन खुलकर बोलना नहीं चाहते।’
मोहन भागवत ने मीडिया से राष्ट्र निर्माण के लिए आगे आने की अपील करते हुए कहा, ‘मीडिया को देश को वैश्विक शक्ति बनाने के लिए समाज को तैयार करना चाहिए।’ इस कार्यक्रम में देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे, जिन्होंने कहा कि जनमत तैयार करने में मीडिया का बड़ा रोल रहा है। इसलिए यह जरूरी है कि अच्छे विचारों के साथ लोगों तक जाया जाए। उन्होंने कहा कि समाज की चेतना को बढ़ाने के लिए मीडिया को काम करना चाहिए।
कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के तौर पर मौजूद नितिन गडकरी ने कहा कि अखबारों को विचार के आधार पर चलना चाहिए। लक्ष्य तय करके काम करना जरूरी है। समावेशी विचार अखबारों की पहचान होने चाहिए। लेकिन जनता उस मीडिया को ही पसंद करती है, जिसकी एक वैचारिक पहचान भी हो।