नई दिल्ली: शतरंज की दुनिया से 2005 में संन्यास लेने वाले गैरी कास्परोव दुनिया के महानतम शतरंज खिलाड़ी के तौर पर जाना और पहचाना जाता है लेकिन अब ‘अपने’ ही देश रूस में आतंकी बना दिए गए हैं. रूस की वित्तीय निगरानी एजेंसी ने पूर्व विश्व शतरंज चैंपियन गैरी कास्पारोव को “आतंकवादियों और चरमपंथियों” की सूची में शामिल किया है.
बैंकों के लेन देन पर लगी रोक
रूस की वित्तीय निगरानी एजेंसी रोसफिनमोनिटोरिंग ने उन्हें इस लिस्ट में शामिल किया है. इसमें शामिल लोगों की बैंक से लेनदेन पर प्रतिबंध लग जाता है. गैरी को जब भी कोई लेन-देन करनी होगी तो उन्हें सबसे पहले सरकारी एजेंसियों से इजाजत लेनी पड़ेगी.
गैरी का आया बयान
आंतकियों की लिस्ट में शामिल किए जाने के बाद गैरी कास्परोव ने बयान जारी किया है. पुतिन की शासन का मजाक उड़ाते हुए उन्होंने लिखा, “यह सम्मान मेरे लिए नहीं बल्कि पुतिन के फासीवादी शासन के लिए अधिक फिट बैठता है.” उन्होंने आगे कहा कि पुतिन और उनके सभी साथियों को आतंक के राज्य प्रायोजकों की सूची में शामिल करने के लिए आज एक अच्छा दिन होगा,” उन्होंने उन देशों की अमेरिकी सूची का जिक्र करते हुए कहा, जो “अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद के कृत्यों के लिए बार-बार समर्थन प्रदान करते हैं.”
2005 में शतरंज से लिया संन्यास
2005 में अपने पेशेवर शतरंज करियर को समाप्त करने के बाद, कास्परोव रूसी विपक्ष में सक्रिय हो गए, लेकिन पुतिन के उत्पीड़न से बचने के लिए गैरी ने 2013 में देश छोड़ दिया था. इस समय वह पुतिन सरकार के सबसे बड़े आलोचक माने जाते हैं. 2015 में कास्परोव ने “विंटर इज़ कमिंग” शीर्षक से एक किताब प्रकाशित की थी., जिसमें उन्होंने तर्क दिया था कि पुतिन जैसे पूरी दुनिया के शासकों को आगे बढ़ने से रोका जाना चाहिए.
2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद शतरंज खिलाड़ी और अन्य सार्वजनिक हस्तियों ने युद्ध-विरोधी समिति की स्थापना की थी. इस समिति ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से रूसी नेताओं को “युद्ध अपराधी” घोषित करने का आह्वान किया था. उस वर्ष मई में रूस के न्याय मंत्रालय ने कास्परोव को “विदेशी एजेंटों” की सूची में शामिल किया जो बड़े पैमाने पर क्रेमलिन आलोचक थे, जिन पर रूसी अधिकारियों द्वारा बारीकी से नजर रखी जाती है।