नई दिल्ली: रूस का सबसे आधुनिक, छठी पीढ़ी का स्टेल्थ ड्रोन S-70 Okhotnik-B की पहली तस्वीर सामने आ चुकी है. साल 2017 से इसके बनने और डिजाइन को लेकर चर्चा होती आ रही है. लेकिन अब इसका प्रोडक्शन शुरू हो चुका है. इसे सुखोई और रूसी एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन मिग ने मिलकर बनाया है.
मानवरहित हमलावर ड्रोन्स की दुनिया में यह एक नया कदम है. अगर ताकत की बात करें तो यह ड्रोन 250 औऱ 500 कैलिबर के बम को ले जा सकता है. 1000 किलोग्राम के गाइडेड और अनगाइडेड बमों को लेकर उड़ान भर सकता है. इसके अलावा हवा से सतह और हवा से हवा में मार करने मिसाइलों से लैस हो सकता है.
ड्रोन और फाइटर जेट को मिलाकर बनाया गया
इस ड्रोन में मिकोयान स्कैट ड्रोन और Su-57 फाइटर जेट की तकनीकों का मिश्रण है. यह एक हैवी कॉम्बैट ड्रोन है. यह पांचवीं पीढ़ी के Su-57 फाइटर जेट के साथ मिलकर दुश्मन के इलाके में हमला करने में सक्षम है. इसमें लंबी दूरी के हथियार लगाकर दुश्मन के एयर डिफेंस को खत्म किया जा सकता है.
कॉम्बैट रेंज और स्पीड बेहद शानदार
इस ड्रोन का विंगस्पैन करीब 65 फीट का है. बिना हथियारों के इसका वजन 20 हजार किलोग्राम है. हथियार लगाकर उड़ान भरते समय इसका वजन 25 हजार किलोग्राम हो जाता है. इसकी अधिकतम गति 1000 किलोमीटर प्रतिघंटा है. इस ड्रोन की रेंज शानदार है. यह एक बार में 6000 किलोमीटर तक जा सकता है.
इस ड्रोन की कॉम्बैटर रेंज यानी हथियार लेकर जंग में उड़ान भरने की रेंज 3000 किलोमीटर है. इसमें दो इंटर्नल वेपन बे लगे हैं. यानी उड़ान के समय इस ड्रोन के नीचे आपको एक भी हथियार शायद न दिखाई दे. लेकिन इसका पेट खुल जाता है. जिसमें से 2000 किलोग्राम के गाइडेड या अनगाइडेड हथियार गिराए जा सकते हैं.