जयपुर. राजस्थान में दौसा लोकसभा सीट से बागी बने कांग्रेस नेता नरेश मीणा अपना नामांकन पत्र वापस ले सकते है। ऐसी चर्चा है कि सचिन पायलट की आग्रह पर नरेश मीणा मान गए है। ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी मुरारी लाल मीणा को बड़ी राहत मिली है। बता दें हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए नरेश मीणा ने पिछले दिनों कांग्रेस से बग़ावत करते हुए दौसा लोकसभा सीट से नामांकन कर दिया था। लेकिन अब खबर है कि नरेश मीणा अपना नामांकन वापस ले रहे हैं। नरेश के नामांकन वापस लेने के बाद अब सीधे- सीधे मुकाबला कांग्रेस के मुरारी लाल मीणा और और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कन्हैया लाल मीणा के बीच होगा। सियासी जानाकारों का कहना है कि सचिन पायसट के हस्तक्षेप के बाद नरेश मीणा अपना नामांकन पत्र वापस लेने के लिए राजी हुए है। हालांकि, अभी तक नरेश मीणा का इस संबंध में आधिकारिक बयान नहीं आया है।
मुरारी लाल मीणा को दौसा से कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी बनाये जाने के बाद नरेश मीणा ने मुरारी लाल मीणा के सामने ही मंच पर उन्हें टिकट वापस लौटाने की बात कह दी थी। नरेश ने, मुरारी लाल मीणा को संबोधित करते हुए यह तक कह दिया था कि- मुरारी लाल सांसद बनेंगे, उनकी बेटी यहां बैठी हैं, दौसा से विधायक बनेगी. मुरारीलाल जी, सविता (पत्नी) भी सांसद का चुनाव लड़ चुकी हैं, वे पांच चुनाव लड़ चुकी है।
आप विधायक बने, आप सांसद बनेंगे, तो फिर मेरा क्या होगा? मेरे जैसे बच्चों का क्या होगा? जिस तरह से सुनील शर्मा का टिकट वापस किया गया। अगर आप चाहें तो आप अपना टिकट सरेंडर भी कर सकते हैं और इसे बदलवा सकते है। ‘ गौरतलब है, दौसा अनुसचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट है। 2009 में परिसीमन के बाद यहां से मीणा जाति के ही सांसद रहे हैं। उससे पहले यहां से कांग्रेस के कद्दावर नेता राजेश पायलट, उनकी पत्नी रमा पायलट और बाद 2004 में सचिन पायलट भी सांसद रहे हैं।