मुंबई l आर्यन खान के ड्रग्स केस में आए दिन कोई न कोई नया खुलासा हो रहा है। मुंबई में क्रूज पर हो रही रेव पार्टी से शुरू हुए इस मामले में अब एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर पैसे लेने का आरोप लगा है। इसके साथ ही एनसीबी के काम पर उंगली भी उठाई गई है। अब एनसीबी की तरफ बयान जारी कर सफाई कर दी गई है।
एनसीबी के डीडीजी मुथा अशोक जैन की तरफ से जारी किए बयान में कहा गया, ‘एनसीबी के एक अपराध मामले में गवाह प्रभाकर सेल का हलफनामा सोशल मीडिया के जरिए मेरे संज्ञान में आया है। इस हलफनामे में प्रभाकर सेल ने 2 अक्टूबर, 2021 को अपनी गतिविधियों के बारे में जानकारी दी है, जिस दिन ये अपराध दर्ज किया गया था।’
बयान में आगे कहा गया है, ‘जैसा कि वह मामले में गवाह है और मामला कोर्ट में विचाराधीन है, उसे अपना प्रार्थना पत्र कोर्ट में जमा करने की जरूरत है न कि सोशल मीडिया के जरिए कुछ कहना है। इसके अलावा हलफनामे में कुछ व्यक्तियों के खिलाफ सर्तकता संबंधी कुछ आरोप हैं जो प्रभाकर सेल द्वारा अनसुनी करने पर आधारित हैं।’
बयान में आखिरी में कहा गया है, ‘हमारे जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने इन आरोपों का साफ तौर पर खंडने किया है। चूंकि हलफनामे की कुछ सामग्री सर्तकता मामलों से संबंधित है, इसलिए मैं डीजी, एनसीबी को हफनामा भेज रहा हूं और उनसे आगे की आवश्यक कार्रवाई करने करने लिए अनुरोध कर रहा हूं।’
गौरतलब है कि आर्यन खान केस में गवाह प्रभाकर सेल ने हलफनामे के जरिए बताया कि गोसावी के कहने पर वह येलो गेट पहुंचे थे। प्रभाकर सेल ने यह भी बताया है कि उन्होंने गोसावी को कहते सुना था कि 8 करोड़ समीर वानखेड़े को देने हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि एनसीबी ने गवाह बनाकर 10 ब्लैंक पेपर पर दस्तखत ली।
खबर इनपुट एजेंसी से