हेमंतराव बी खानविलकर की रिपोर्ट
नई दिल्ली। प्रदेश की 27 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों को लेकर केंद्रीय आलाकमान पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है। बीजेपी हाईकमान उपचुनाव में किसी भी तरह की कोताही बरतने के मूड में नहीं है। यहीं कारण है कि उपचुनाव की हरेक गतिविधि पर हाईकमान पैनी नजर बनाए हुए हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रदेश में होने वाले उपचुनाव की तैयारियों को लेकर कई बैठकें कर चुके हैं। इन्हीं बैठकों के बीच राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्यसभा सांसद और ग्वालियर घराने के महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया को विशेष जिम्मेदारी सौंपी है।
मध्यप्रदेश उपचुनाव को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दिल्ली में पिछले एक हफ्ते में कई समीक्षा बैठक कर चुके हैं। उपचुनाव की तैयारियों को लेकर पिछले दिनों हुई राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश के वरिष्ठ प्रभारियों के बीच समीक्षा बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई है। इस समीक्षा बैठक में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी का मुद्दा भी सामने आया। चर्चा में तय हुआ कि नाराज वरिष्ठ भाजपा नेताओं के कारण उपचुनाव में पार्टी के लिए कमजोर कड़ी हो सकते हैं। इसलिए समय रहते अगर उनकी नाराजगी दूर कर ली जाए तो उपचुनाव में इसका पूरा लाभ पार्टी के पक्ष में जाएगा। हालांकि हाईकमान पिछले काफी समय से इन नेताओं की नाराजगी दूर करने का प्रयास कर रहा है। जिसकी जिम्मेदारी संगठन में काम कर रहे कई नेताओं को दी गई थी पर वो इसमें पूरी तरह से सफल नहीं रहे। उपचुनाव को देखते हुए अब पार्टी के वरिष्ठ भाजपा नेताओं की नाराजगी दूर करने की जिम्मेदारी अब राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौंपी गई है। राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया इन भाजपा नेताओं से उपचुनाव में अपनी सक्रिय भागीदारी करने के लिए मनाएंगे। वहीं उनके इस काम में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को सहयोग करने के लिए कहा गया है।
प्रदेश में संभावना जताई जा रही कि सितंबर के पहले पखवाड़े में प्रदेश में उपचुनाव की घोषणा की जा सकती है। चुनाव आयोग की तरफ से अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में उपचुनाव संपन्न होने की संकेत मिल रहे हैं। ऐसे में प्रदेश में उपचुनाव के लिए सक्रिय सभी दल अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। भाजपा भी जिन सीटों में उपचुनाव होंगे वहां नेताओं को कौन सी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी इस पर मंथन कर रहा है। इसके साथ ही पार्टी में एकजुटता दिखे जिसका वोटरों पर सकरात्मक प्रभाव पड़े इसके भी पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ हुई समीक्षा बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा व प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत भी मौजूद थे। समीक्षा बैठक के दौरान प्रदेश की हरेक सीट पर मजबूत एवं कमजोर दोनों ही पक्षों की विस्तृत चर्चा की गई। इसके साथ ही हरेक सीट के जातिगत समीकरणों का अध्ययन के साथ ही वहां पर पार्टी की मजबूती पर गंभीर मंथन किया गया। साथ ही इस सीट पर पार्टी के किन नेताओं का प्रभाव है और उनको क्या जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है इसको लेकर भी मंथन किया गया।