आज फिर सिद्धार्थ ने बातों-बातों में तवलीन से कहा आपसे चैट करने में बहुत डर लगता है. वो थोड़ा सा सकपकाई फिर तुरंत ही खुद संयत करते हुए बोली-
“डरिये हुज़ूर !डरना भी जरूरी है…”
“अरे भाई आप स्क्रीनशॉट माफिया हैं कौन नहीं डरेगा आपसे ”
एकदम से नए शब्द की निष्पत्ति से तवलीन थोड़ा सा हैरान हुई
फिर बोली -“हां ये अच्छा है माफिया ! आजकल किसी भी शब्द में जोड़ दीजिये और उसे बना दीजिए आतंक का पर्याय
विषयांतर नहीं बात तवलीन द टेरर की हो रही है.
अरे लोग आपके नाम से कहते हैं भाई स्क्रीनशॉट वाली मैम बोले तो हंटर वाली हसीना.
(कहते हुए दोनों ही खिलखिला के हँस पड़े थे )
अच्छा एक बात बताओ सिद्धार्थ सच बताना लोग ऐसी बातें करते ही क्यों हैं जिनका स्क्रीनशॉट बना लिया जाए तो अगला खतरे में पड़ जाता है?
अब लोगों का तो लोग ही जाने पर कोई आम बात भी स्क्रीनशॉट बनने पर खास हो जाती है.
मसलन मेरे साथ चाय पियोगी? यह तब तक एक सहज सरल बात है जब तक स्क्रीनशॉट नहीं बनी पर यह दिखाने के तौर पर जब इस्तेमाल किया जाता है तो यह गुनाह है निजता का हनन इसे निकृष्टतम माना जाता है समझीं !
हाय तुम कितने सिरफिरे हो सिद्धार्थ जो बातें कहने सुनने में बुरी नहीं वह स्क्रीनशॉट में कैसे बुरी हो गयी?
बुरी नहीं गुनाह किसी निजी बात का मनोरंजन या सबूत के तौर पर इस्तेमाल करना गुनाह है.
सिद्धार्थ फ़र्ज़ करो कि मैंने इस तरह से कभी इस मसले को देखा ही ना हो.
अरे खुदा की बंदी तो अब देखो और देखना स्क्रीनशॉट एक दिन तुम्हारे लिए जी का जंजाल बनेगा.
हर वक्त हाय… किलचना… बद्दुआ !
तुम इतनी ज़हीन हो तब तो कहता हूँ कि सोचो.
ज़ाहिल तो तुम भी नहीं कि कुछ न समझो कहते हुए अपने साथ हुए बीते महीने के वाक़ये को सोचने लगी कि कैसे लोगों ने बगैर स्क्रीनशॉट बनाए सीधे चैटबॉक्स दिखाए यहाँ तक कि प्रेमिल मेल पढ़कर सुनाये क्या पढ़ने से वो स्क्र्रीनशॉट से कमतर गुनाह माना जायेगा?ऐसा करना तो स्क्र्रीनशॉट से भी घिनौना गुनाह है ये सोचकर थोड़ा सा और घबराई कि स्क्रीनशॉट में तो छेड़छाड़ नहीं होती इधर सुनाने वाले की जो मर्जी काट छाँट के वही सुनाता है. आज तक उस हादसे से उबरी नहीं थी फिर उन्हीं बातों को भूलने का नाटक करते हुए बोली कि सिद्धार्थ गुनाह तो वो है जो राजीव और शिवी ने मेरे साथ किया |
अचानक से दोनों की बात काटते हुए तवलीन के बेटे ने कहा मम्मा ये देखो
लोकल न्यूज़ पर न्यूजफ्लैश हो रहा था – प्रेमी के मेल सार्वजनिक किये जाने से जिले की तेजतर्रार शिक्षिका ने क्षुब्ध होकर फांसी लगायी |