ऋषिकेश l उत्तराखंड के ऋषिकेश एम्स में एक सुरक्षाकर्मी ही चोर निकला. जिस सुरक्षाकर्मी पर एम्स की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी वही सुरक्षाकर्मी वहां का लाखों की कीमत के दो कैमरे और लैंस ले उड़ा. दरसल बीते 9 नवंबर को ऋषिकेश एम्स से दो कैमरे और लैंस चोरी हो गए थे. हर जगह पर प्राइवेट कंपनी के सुरक्षा गार्ड्स की तैनाती के बाद भी चोरी की घटना से एम्स परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए थे.
कोतवाली पुलिस ने बताया कि 13 नवंबर को एम्स प्रशासन ने चोरी को लेकर तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ एम्स में चोरी करने का मुकदमा दर्ज किया और मामले की छानबीन में जुट गयी. छानबीन में जुटी पुलिस ने सात दिन बाद मामले का खुलासा करते हुए बताया की एम्स हास्पिटल के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई. इस दौरान संस्थान में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ कर जानकारी हासिल की गई. पुलिस टीम को जांच के पश्चात पता चला कि एम्स में ही कार्यरत एक सुरक्षाकर्मी ने इस चोरी की घटना को अंजाम दिया है.
जिसकी पहचान भानु कुमार पुत्र रतन सिंह निवासी सर्वहारा नगर काले की ढाल, ऋषिकेश के रूप में हुई है. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सुरक्षाकर्मी को एम्स में ड्यूटी के दौरान ही गिरफ्तार कर लिया. वहीं, आरोपी की निशानदेही पर चोरी की गई दो कैमरे और एक फ्लैश बैटरी बरामद किया है.
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि नौ नवंबर को वह रात्रि ड्यूटी में तैनात था. रात में ही सुरक्षा डेसबोर्ड पर रखी चाबी को उठाकर वह सीढ़ी के रास्ते संबंधित कमरे तक पहुंचा. कमरे का दरवाजा खोल कर उसने स्टील फोटोग्राफी कैमरे एवं अन्य सामान चुरा लिया. चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद उसने कमरे की चाबी डेसबोर्ड पर रख दी थी. जिसके बाद वह सामान उसने पीजी पार्किंग के पास एक बूथ में छुपा दिया. जिसे मौका देखकर एम्स से बाहर भागने की योजना थी. वहीँ प्रभारी निरीक्षक जोशी ने बताया कि एम्स हास्पिटल के पास बने एक बूथ से चोरी किए गए कैमरे व अन्य सामान बरामद कर लिया गया.
खबर इनपुट एजेंसी से