आनंद अकेला की रिपोर्ट।
रीवा। गवानम में चीन-भारत के बीच हुए युद्ध में शहीद हुए रीवा के जांबाज सैनिक दीपक सिंह गहरवार का पार्थिव शरीर विशेष सैन्य विमान से प्रयागराज पहुंच गया। जहां से देर रात उनके गृहग्राम फरहदी लाया जाएगा। सुबह पूरे राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
गौरतलब है कि 15-16 जून की रात एलएसी में चीन के सैनिकों द्वारा घात लगाकर किये गए धोखे से हमले में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद ही गए थे। हालांकि धोखे से हुए हमले का बाद भी निहत्थे भारतीय सैनिक हथियारों से लैश चीनी सैनिकों से जमकर लड़े। जिसमें चीन के 43 सैनिक हताहत हुए। भारत की तरफ से लड़ते हुए जिन 20 सैनिको की शहादत हुई उसमें विन्ध्य के वीर सपूत दीपक सिंह गहरवार भी शामिल थे। उनके अंतिम संस्कार के लिए उनका पार्थिव शरीर सेना के विशेष वाहन में रीवा के लिए रवाना किया गया। जो बृहस्पतिवार की देर शाम प्रयागराज (इलाहबाद) पहुंचा। शुक्रवार की सुबह शहीद दीपक सिंह का पार्थिव शरीर विशेष सैन्य वाहन द्वारा प्रयागराज से उनके गृह ग्राम फरहदी लाया जाएगा। जहां विशेष राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अपने वीर सपूत की शहादत पर आज पूरे विन्ध्य की आंख नम
गौरतलब है कि दीपक सिंह गहरवार 16 बिहार रेजिमेंट में पदस्थ थे। वो आखिरी बार होली की छुट्टी के दौरान अपने गांव आये थे। किसे पता था कि दोस्तों के चहेता और परिवार के लाडला देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे देगा। दीपक सिंह गहरवार की शहादत पर आज पूरे विन्ध्य की आंखें नम है। शुक्रवार को शहीद दीपक सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा। इससे पहले शुक्रवार सुबह को उनका पार्थिव शरीर प्रयागराज से रीवा पहुंचेगा, जिसे आम जन के दर्शन के लिए रखा जाएगा एवं उनका अंतिम संस्कार मनगवां तहसील अंतर्गत ग्राम फरहदी में संपन्न होगा।