नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर अकसर अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं। वहीं उनकी अंग्रेजी भी अकसर सुर्खियों में रहती है। कई बार वह ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर देते हैं कि लोग अर्थ ही ढूंढते रह जाते हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए एक बार फिर ऐसे शब्द का इस्तेमाल कर दिया कि उन्हें इसके लिए खुद सोशल मीडिया पर सफाई देनी पड़ी। उन्होंने कहा, यह मेरी गलती नहीं है। पत्रकारों ने ही पूछा था कि इस समय सबसे प्रासंगिक शब्द क्या है।
शशि थरूर ने जिस शब्द का इस्तेमाल किया, वह है ‘Defenestrate’ (डीफनिस्ट्रेट)। इसका हिंदी में मतलब होता है किसी चीज को उठाकर खिड़की से बाहर फेंक देना या फिर किसी को उसके पद से उतार फेंकना। शशि थरूर ने पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी पर हमला किया और कहा कि इस बार मतदाताओं को बीजेपी को डीफनिस्ट्रेट कर देना है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में उनका बयान छपा और इसके बाद थरूर ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ईमानदारी से कहता हूं, इसमें मेरी कोई गलती नहीं है। जलंधर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने पूछा था कि आज के हालात में मेरा पसंदीदा बड़ा शब्द क्या है। अब आप तो जानते हैं…
शशि थरूर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था प्रधानमंत्री मोदी ने जो कुछ कहा था उसे साबित करने में सफल नहीं हुए हैं। देश ने उन्हें उठा फेंकने का फैसला कर लिया है। सबका साथ सबका विकास से प्रधानमंत्री हिंदू ह्रदय सम्राट हो गए। उन्होंने कहा, कोर हिंदू वोटर 20 फीसदी से ज्यादा नहीं है। 2014 के चुनाव में उन्हें सबका साथ, सबका विकास स्लोगन का फायदा मिला था। लेकिन मोदी सरकार जीएसटी और नोटबंदी के मोर्चे पर फेल रही। 2019 में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे की तरफ डाइवर्ट किया गया लेकिन चीन की सीमा पर वह फेल हो गए। अब लोगों ने उन्हें बाहर करने का फैसला कर लिया है।