नई दिल्ली: नागपुर में आयत लिखी चादर जलाने की अफवाह और दक्षिणपंथी संगठनों के प्रदर्शन के बाद भड़की हिंसा को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इस मामले में दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया गया है। रविवार को शिवसेना नेता संजय निरुपम ने रदावा किया कि नागपुर में हाल में हुई हिंसा में बांग्लादेश से जुड़े लोगों का हाथ है। निरुपम ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह भी दावा किया कि हिंसा पूर्व नियोजित थी और यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी।
महाराष्ट्र के नागपुर शहर में 17 मार्च को छत्रपति संभाजीनगर में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शन के दौरान आयतें लिखी ‘चादर’ जलाए जाने की अफवाह के बाद हिंसा भड़क उठी थी। झड़पों के परिणामस्वरूप शहर के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर पथराव और आगजनी हुई, जिसमें पुलिस उपायुक्त स्तर के तीन अधिकारियों सहित 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए।